मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में जीवन को सà¥à¤–ी व संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनाने के लिठअनेक सूतà¥à¤° बताठगठहैं। मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में लिखे कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ ही लाइफ मैनेजमेंट के सूतà¥à¤° हम आज आपको बता रहे हैं। मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के à¤à¤• शà¥à¤²à¥‹à¤• में बताया गया है कि किन लोगों के सामने आ जाने पर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ मारà¥à¤— से हटकर इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पहले जाने देना चाहिà¤à¥¤ ये शà¥à¤²à¥‹à¤• तथा इससे जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ लाइफ मैनेजमेंट इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है-
शà¥à¤²à¥‹à¤•
चकà¥à¤°à¤¿à¤£à¥‹ दशमीसà¥à¤¥à¤¸à¥à¤¯ रोगिणो à¤à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¤ƒ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ƒà¥¤
सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¤¸à¥à¤¯ च राजà¥à¤žà¤¶à¥à¤š पनà¥à¤¥à¤¾ देयो वरसà¥à¤¯ च।।
अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤- रथ पर सवार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿, वृदà¥à¤§, रोगी, बोठउठाठहà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿, सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•, राजा तक वर (दूलà¥à¤¹à¤¾)। इन आठों को आगे जाने का मारà¥à¤— देना चाहिठऔर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤• ओर हट जाना चाहिà¤à¥¤
1. रथ पर सवार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿
मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, यदि कहीं जाते समय सामने रथ पर सवार कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ आ जाठतो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर उसे मारà¥à¤— दे देना चाहिà¤à¥¤ लाइफ मैनेजमेंट की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखा जाठतो रथ पर सवार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ किसी ऊंचे राजकीय पद पर हो सकता है या वह राजा के निकट का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¥€ हो सकता है। मारà¥à¤— न देने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में वह आपका नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ à¤à¥€ कर सकता है। इसलिठकहा गया है कि रथ पर सवार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को तà¥à¤°à¤‚त रासà¥à¤¤à¤¾ दे देना चाहिà¤à¥¤ वतरà¥à¤®à¤¾à¤¨ में रथ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दो व चार पहिया वाहनों ने ले लिया है।
2. वृदà¥à¤§
अगर रासà¥à¤¤à¥‡ में कोई वृदà¥à¤§ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का पà¥à¤°à¥à¤· आ जाठतो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर उसे पहले मारà¥à¤— दे देना चाहिà¤à¥¤ लाइफ मैनेजमेंट के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, वृदà¥à¤§ लोग सदैव समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के पातà¥à¤° होते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में अपमानित नहीं करना चाहिà¤à¥¤ यदि वृदà¥à¤§ को रासà¥à¤¤à¤¾ न देते हà¥à¤ हम पहले उस मारà¥à¤— का उपयोग करेंगे तो यह वृदà¥à¤§ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का अपमान करने जैसा हो जाà¤à¤—ा।
वृदà¥à¤§ के साथ à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करने के कारण समाज में हमें à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से नहीं देखा जाà¤à¤—ा। सिरà¥à¤« हमें ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ परिवार को à¤à¥€ हीन समà¤à¤¾ जाà¤à¤—ा। इसलिठमनॠसà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में कहा गया है कि सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर वृदà¥à¤§ को पहले मारà¥à¤— देना चाहिà¤à¥¤
3. रोगी
रोगी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दया व सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ का पातà¥à¤° होता है। यदि रासà¥à¤¤à¥‡ में कोई रोगी सामने आ जाठतो उसे पहले जाने देना ही शिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ है। संà¤à¤µ है रोगी उपचार के लिठजा रहा हो अगर हम उसे मारà¥à¤— न देते हà¥à¤ पहले सà¥à¤µà¤¯à¤‚ रासà¥à¤¤à¥‡ का उपयोग करेंगे तो हो सकता है रोगी को उपचार मिलने में देरी हो जाà¤à¥¤ उपचार में देरी से रोगी को किसी विकट परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का सामना à¤à¥€ करना पड़ सकता है। रोगियों की सेवा करना हिंदू धरà¥à¤® में बड़ा ही पà¥à¤£à¥à¤¯ का काम माना गया है। इसलिठरोगी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ मारà¥à¤— से हट जाना चाहिà¤à¥¤
4. बोठउठाठहà¥à¤† वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿
यदि मारà¥à¤— पर à¤à¤• ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के निकलने का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हो और सामने बोठउठाठहà¥à¤† वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ आ जाठतो पहले उसे ही जाने देना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ हमें मानवीयता के कारण करना चाहिà¤à¥¤ जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के सिर या हाथों में बोठहोता है वह सामानà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में खड़े मनà¥à¤·à¥à¤¯ से अधिक कषà¥à¤Ÿ का अनà¥à¤à¤µ कर रहा होता है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ में हमें मानवीयता का à¤à¤¾à¤µ मन में रखते हà¥à¤ उसे ही पहले जाने देना चाहिà¤à¥¤ यही शिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ है। à¤à¤¸à¤¾ करने से समाज में आपका समà¥à¤®à¤¾à¤¨ और à¤à¥€ बढ़ेगा।
5. सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€
मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, यदि मारà¥à¤— में कोई सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ आ जाठतो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर पहले उसे ही जाने देना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ इसलिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हिंदू धरà¥à¤® में सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को बहà¥à¤¤ ही समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¨à¥€à¤¯ माना गया है। किसी à¤à¥€ तरीके से सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का अनादर नहीं करना चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को मारà¥à¤— न देते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पहले उस रासà¥à¤¤à¥‡ का उपयोग करना सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का अनादर करने जैसा ही है। सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का अनादर करने से धन की देवी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ व विदà¥à¤¯à¤¾ की देवी सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ दोनों ही रूठजाती हैं और à¤à¤¸à¤¾ करने वाले के घर में कà¤à¥€ निवास नहीं करती। इसलिठसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के मारà¥à¤— से सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर उसे ही पहले जाने देना चाहिà¤à¥¤
6. सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•
बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤°à¥à¤¯ आशà¥à¤°à¤® में रहते हà¥à¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में सफलता पूरà¥à¤µà¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पूरी करने वाले विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ को à¤à¤• समारोह में पवितà¥à¤° जल से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करा कर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया जाता था। इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ को सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• कहा जाता था। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ परिदृशà¥à¤¯ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• को वेद व शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ रखने वाला विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ माना जा सकता है। यदि कोई à¤à¤¸à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जिसे वेद-वेदांगों का संपूरà¥à¤£ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हो और वह सामने आ जाठतो उसे पहले जाने देना चाहिà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¤¾ ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ समाज में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की रोशनी फैलाता है। इसलिठवह हर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में आदरणीय होता है।
7. राजा
राजा पà¥à¤°à¤œà¤¾ का पालन-पोषण करने वाला व विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से उनकी रकà¥à¤·à¤¾ करने वाला होता है। राजा ही अपनी पà¥à¤°à¤œà¤¾ के हित के लिठनिरà¥à¤£à¤¯ लेता है। राजा हर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¨à¥€à¤¯ होता है। अगर जिस मारà¥à¤— पर आप चल रहे हों, उसी पर राजा à¤à¥€ आ जाठतो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पीछे हटकर राजा को जाने देना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ न करने पर राजा आपको दंड à¤à¥€ दे सकता है। अगर आप दंड नहीं पाना चाहते तो पहले राजा को ही आगे जाने का मारà¥à¤— देना चाहिà¤à¥¤ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में बड़े अधिकारी या मंतà¥à¤°à¥€ को राजा के समान समà¤à¤¾ जा सकता है।
8. दूलà¥à¤¹à¤¾
मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दूलà¥à¤¹à¤¾ यानी जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का विवाह होने जा रहा हो वह आपके मारà¥à¤— में आ जाठतो पहले उसे ही जाने देना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¥€ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि दूलà¥à¤¹à¤¾ बना वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤—वान शिव का सà¥à¤µà¤°à¥‚प होता है इसलिठवह à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करने योगà¥à¤¯ कहा गया है। इसलिठयदि रासà¥à¤¤à¥‡ में दूलà¥à¤¹à¤¾ आ जाठतो पहले ही उसे मारà¥à¤— देना चाहिà¤à¥¤ यही शिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° à¤à¥€ है।