नमी और तापमान वायरल रोग के चलते घर में वायरल से पीड़ित मरीजों की संखà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ बढ़ जाती है।
वैसे तो बरसात का मौसम हर किसी को पसंद आता है। शीतल फà¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के बीच गरà¥à¤® चाय की चà¥à¤¸à¥à¤•à¥€-पकोड़े सà¤à¥€ को लà¥à¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। लेकिन साथ ही यह वो समय à¤à¥€ है जब नमी और तापमान वायरल रोग के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में सहायक होते हैं। हर घर में वायरल से पीड़ित मरीजों की संखà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ बढ़ जाती है।
हर कोई फà¥à¤²à¥‚ से पीड़ित दिखाई पड़ता है। à¤à¤¸à¥‡ में वायरल संकà¥à¤°à¤®à¤£ के डर से हम कब तक बिसà¥à¤¤à¤° में पड़े रहेंगे। इसका असल कारण रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का कम होना है। अपने शरीर की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤“ं को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने के लिठआप पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤® का सहारा ले सकते हैं।
कपालà¤à¤¾à¤¤à¤¿, वातकà¥à¤°à¤® कपालà¤à¤¾à¤¤à¤¿, धनà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¨, मंडूकासन, पवनमà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤¸à¤¨, अगà¥à¤¨à¤¿à¤¸à¤¾à¤° कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, à¤à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤® और अनà¥à¤²à¥‹à¤®-विलोम पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤® के अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ से वायरल से निपट सकते हैं। योग तनाव के हारà¥à¤®à¥‹à¤‚स को कम करने में मदद करता है, फेफड़ा और शà¥à¤µà¤¸à¤¨ तंतà¥à¤° को बेहतर बनाता है, शरीर को विषयà¥à¤•à¥à¤¤ बनाता है और शरीर के सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ कारà¥à¤¯ को सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के लिठऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ यà¥à¤•à¥à¤¤ रकà¥à¤¤ को शरीर में वापस लाता है।
इस मौसम में कà¥à¤¯à¤¾ करें
घर से बाहर निकलने से पहले अपनी उंगलियों की मदद से नाक के दोनों छिदà¥à¤°à¥‹à¤‚ में थोड़ा सरसों का तेल डाल लें।
फल और सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को खाने से पहले उसे अचà¥à¤›à¥€ तरह से धो लें।
उन à¤à¥‹à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करें जिसमें विटामिन बी और सी होता है (हरी सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ और खटà¥à¤Ÿà¥‡ फल)।
हर रोज कम-से-कम 10 से 12 गà¥à¤²à¤¾à¤¸ पानी पियें।
वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें। जूतों को घर से बाहर उतारकर रखने की कोशिश करें और घर की चीजों को छूने से पहले हाथ अचà¥à¤›à¥€ तरह से धो लें।
हरà¥à¤¬à¤² चाय जैसे कैमोमाइल, नींबू या अदरख वायरल संकà¥à¤°à¤®à¤£ को कà¥à¤› हद तक शांत कर सकते हैं, जिससे रोगी को बहà¥à¤¤ आराम पहà¥à¤‚चता है।
वायरल संकà¥à¤°à¤®à¤£ आपकी पाचन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर सकता है, इसलिये खाना को ठीक से चबा कर खायें। याद रखें कि कारà¥à¤¬à¥‹à¤¹à¤¾à¤ˆà¤¡à¥à¤°à¥‡à¤Ÿ का पाचन (सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤š, शरà¥à¤•à¤°à¤¾) आपके मà¥à¤‚ह में लार और à¤à¤‚जाइमों के साथ शà¥à¤°à¥ होता है।
इस मौसम में कà¥à¤¯à¤¾ न करें
तली हà¥à¤ˆ या खà¥à¤²à¥‡ में बिक रहे खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ को खाने से परहेज करें।
à¤à¥€à¥œ-à¤à¤¾à¥œ वाली जगह पर ना जायें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° वायरल का संकà¥à¤°à¤®à¤£ सांस लेने, दूषित पानी पीने या à¤à¥‹à¤œà¤¨ खाने और à¤à¤¸à¥‡ लोगों के संपरà¥à¤• में आने से होता है।
अपने कपड़े या पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤§à¤¨ का सामान किसी और के साथ साà¤à¤¾ ना करें।
धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें कि आपका पेट खाली रहे और आपको कबà¥à¤œ की शिकायत ना हो।
इस मौसम के दौरान कोई à¤à¥€ गरिषà¥à¤Ÿ आहार योजना ना बनाà¤à¤‚।
à¤à¤‚टीबॉयोटिक लेने में शीघà¥à¤°à¤¤à¤¾ ना करें। सरà¥à¤¦à¥€ जैसी आम बीमारी में वह पूरी तरह से अपà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ है। यह à¤à¥€ हो सकता है कि à¤à¤‚टीबॉयोटिक रोगी के शरीर में बैकà¥à¤Ÿà¤¿à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को रोकने में मदद करे।
सांस लेने और सांस छोड़ने में à¤à¤• लयबदà¥à¤§ पैटरà¥à¤¨ अपनाà¤à¤‚। सांस लेने का समय सांस छोड़ने के समय के बराबर होना चाहिà¤à¥¤ और यह बात à¤à¥€ याद रखें कि शà¥à¤µà¤¸à¤¨ के दौरान आपका फेफड़ा फैलना चाहिठन कि आपका पेट।