शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ को वैà¤à¤µ, धन, संतान और à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ के साथ ही पà¥à¤°à¥‡à¤® का कारक à¤à¥€ माना गया है।
हिंदू धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¤‚थों में शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। इस गà¥à¤°à¤¹ के असà¥à¤¤ होने पर शादियां नहीं होती हैं। शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ को वैà¤à¤µ, धन, संतान और à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ के साथ ही पà¥à¤°à¥‡à¤® का कारक à¤à¥€ माना गया है। गà¥à¤°à¥€à¤• मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ शà¥à¤•à¥à¤° (वीनस) को पà¥à¤°à¥‡à¤® की देवी बताया गया है। कहा जाता है कि यदि किसी को पà¥à¤°à¥‡à¤® में सफलता नहीं मिल रही है तो शà¥à¤•à¥à¤° की उपासना करे।
शिव पà¥à¤°à¤¾à¤£ में शà¥à¤•à¥à¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने के उपाय बताठगठहैं। शादी के बाद पति-पतà¥à¤¨à¥€ के बीच कैसे संबंध रहेंगे, यह बात शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ से दोनों की दशा पर ही निरà¥à¤à¤° करता है। शà¥à¤•à¥à¤° को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने के लिठशà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को इस गà¥à¤°à¤¹ की पूजा की जाती है। शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को पतà¥à¤¨à¥€ को साड़ी गिफà¥à¤Ÿ की जाठतो शà¥à¤•à¥à¤° देवता पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होते हैं।
वैदिक जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, हीरा शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ करता है। शà¥à¤•à¥à¤° को सà¥à¤‚दरता और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ वरà¥à¤— के साथ जोड़ा गया है। इसीलिठहीरे का गहरा संबंध सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ वरà¥à¤— से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होता है और यह महिलाओं को खासा पसंद होता है।
शà¥à¤•à¥à¤° का इन राशियों से है सीधा संबंध
वहीं, शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ के असà¥à¤¤ होने से तà¥à¤²à¤¾ और वृषठराशि के जातक जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होंगे। विशेष रूप से इन राशि के जातकों को धन से संबंधित कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सोच समà¤à¤•à¤° करना होगा। साथ ही वे जातक जिनकी कà¥à¤‚डली में शà¥à¤•à¥à¤° किसी à¤à¥€ तरह से विपरीत अवसà¥à¤¥à¤¾ में है तो इन जातकों को धन के लेनदेन को लेकर सावधानी बरतनी होगी। वे जातक जो मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ रोग से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हों उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤•à¥à¤° के असà¥à¤¤ रहने की अवधि में परेशानियों से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¥‡ की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बॠजाती है।
शà¥à¤•à¥à¤° के असà¥à¤¤ की अवधि तक करà¥à¤œ की अधिकता अथवा बहà¥à¤¤ बड़ा लेनदेन करने से बचना चाहिà¤à¥¤ पति-पतà¥à¤¨à¥€ के जीवन में शà¥à¤•à¥à¤° गà¥à¤°à¤¹ काफी मायने रखता है, यह पà¥à¤°à¥‡à¤®, पà¥à¤¯à¤¾à¤°, संतान का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• माना जाता है, कà¥à¤‚डली में शà¥à¤•à¥à¤° अचà¥à¤›à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में हो तो पति-पतà¥à¤¨à¥€ का दांपतà¥à¤¯ जीवन खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² बीतता है और शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ संतान की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है इसलिठशà¥à¤•à¥à¤° के असà¥à¤¤ होने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में विवाह नहीं करना चाहिठचाहे परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ कितनी à¤à¥€ विपरीत हो और विवाह करना जरूरी हो तो à¤à¥€ विवाह को टालना चाहिठऔर शà¥à¤•à¥à¤° के उदित होने का इंतजार करना चाहिà¤à¥¤