गलत खान-पान के कारण लोगों की हेलà¥à¤¥ पà¥à¤°à¥‰à¤¬à¥à¤²à¤®à¥à¤¸ à¤à¥€ बढ़ती जा रही है। जिसके कारण लोगों को हर तीसरे दिन असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में चकà¥à¤•à¤° निकालने पड़ रहे हैं। à¤à¤¸à¥‡ में आज हम आपको à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करके आप घर पर कई समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पा सकते हैं। जी हां, इस पौधे का नाम है à¤à¥‚मि आंवला। à¤à¥‚मि आंवला à¤à¤• औषधि की तरह काम करता है। यह छोटी-बड़ कई हेलà¥à¤¥ पà¥à¤°à¥‰à¤¬à¥à¤²à¤®à¥à¤¸ के लिठफायदेमंद है। यह पौधा बरसात के मौसम में आप ही उग जाता है। इसके पतà¥à¤¤à¥‡ के नीचे छोटा-सा फल लगता है जो देखने में आंवले जैसा होता है। आइठजानिठइसे रोगों को दूर करने के लिठकिस तरह इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया जा सकता है
इस तरह करें इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤²
à¤à¥‚मि आंवले के पौधे को रोगों का नाश करने के लिठतीन तरीकों से इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया जा सकता है।
1. इसका चूरà¥à¤£ बना कर पानी के साथ दिन में 2-3 बार लिया जा सकता है।
2. इस पौधे का रस बना कर पी सकते हैं।
3. ताजे पौधे को साफ करके धोकर खा सकते हैं।
इन समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को कर सकते हैं दूर
1. पीलिया की शिकायत होने पर इसकी पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का पेसà¥à¤Ÿ बना कर छाछ में मिकà¥à¤¸ करके रोगी को दिया जा सकता है। इससे पीलिया रोग बहà¥à¤¤ जलà¥à¤¦à¥€ ठीक हो जाता है।
2. यह किडनी को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखने में मदद करता है। इसका काढ़ा बना कर पीने से किडनी की सूजन खतà¥à¤® होती है। इसे पीने यूरिन बनता है जिससे पेशाब आने से बॉडी की अचà¥à¤›à¥€ तरह से सफाई होती है।
3. à¤à¥‚मि आंवले में à¤à¤¨à¥à¤Ÿà¥€à¤µà¤¾à¤¯à¤°à¤² गà¥à¤£ होते हैं जो हेपेटाइटिस B और C के लिठरामबाण दवाई है। इस समसà¥à¤¯à¤¾ के होने पर इसका काढ़ा बना कर पीà¤à¤‚।
4. मà¥à¤‚ह में छाले होने पर à¤à¥‚मि आंवले के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ चबाकर कर खा लें या फिर थूक दें। इससे छाले ठीक हो जाà¤à¤‚गे।
5. बà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥à¤Ÿ में सूजन या गांठहोने पर इसके पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का पेसà¥à¤Ÿ बना कर लगाà¤à¤‚। आपको बहà¥à¤¤ जलà¥à¤¦à¥€ फायदा मिलेगा।
6. खांसी से राहत पाने के लिठà¤à¥‚मि आंवला और तà¥à¤²à¤¸à¥€ के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का काढ़ा बना कर पीया जा सकता है।
7. à¤à¥‚मि आंवले का पेसà¥à¤Ÿ बना कर इसे काली मिरà¥à¤š के साथ लेने से शà¥à¤—र कंटà¥à¤°à¥‹à¤² होती है और यदि डायबिटीज में घाव न à¤à¤°à¤¤à¥‡ हो तो इसका पेसà¥à¤Ÿ घाव पर लगाà¤à¤‚।
8. पेट दरà¥à¤¦ होने पर इसका काढ़ा बना कर पीने से दरà¥à¤¦ से राहत मिलती है।
9. अगर साल में 1 महीना इसका काढ़ा बना कर लिया जाठतो पूरा साल लीवर की कोई समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं होती। लीवर में सूजन होने पर इसका काढ़ा पीने से बहà¥à¤¤ फायदा मिलता है।