मॉनसून का मौसम नठपà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाने के लिठसबसे बेहतर होता है। इस मौसम में लगाठगठपौधे मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤à¥‡ नहीं हैं और उनकी बढ़वार à¤à¥€ तेजी से होती है।
मॉनसून का मौसम नठपà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाने के लिठसबसे बेहतर होता है। इस मौसम में लगाठगठपौधे मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤à¥‡ नहीं हैं और उनकी बढ़वार à¤à¥€ तेजी से होती है। इस मौसम में हर पौधे के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर à¤à¤• खास तरह की चमक आ जाती है और गारà¥à¤¡à¤¨ खिला-खिला सा लगता है। इस सब के बावजूद इस मौसम में फà¥à¤²à¥‰à¤µà¤°à¤¿à¤‚ग पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ नहीं लगाठजाते कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° सीजनल फà¥à¤²à¥‰à¤µà¤°à¤¿à¤‚ग पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में फूल देते हैं, इसलिठइस मौसम में ऑरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚टल पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ यानी सजावटी पौधे लगाठजाà¤à¤‚ तो बेहतर होगा। इन पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ में फूल नहीं होते हैं, केवल सà¥à¤‚दर लीवà¥à¤œ होती हैं। बारिश के पानी से इन पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ की लीवà¥à¤œ की खूबसूरती और à¤à¥€ निखर जाती है। ऑरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚टल पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ होते हैं। इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बार-बार लगाने की जरूरत नहीं होती। अगर गारà¥à¤¡à¤¨ में पहले से ऑरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚टल पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ लगे हों और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़े और पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ हो गठहों तो इस मौसम में उनकी कांट-छांटकर उनसे नठपà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ बनाठजा सकते हैं।
ये पà¥à¤²à¤¾à¤‚टस बढ़ाà¤à¤‚गे सà¥à¤‚दरता
गारà¥à¤¡à¤¨à¤¿à¤‚ग à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ महेश पाल ने बताया, ऑरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚टल पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ में कà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¤¨ जरूर लगाà¤à¤‚, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसकी कलरफà¥à¤² लीवà¥à¤œ इस सीजन में बहà¥à¤¤ निखर जाती हैं और ये मौसम à¤à¥€ इनके लिठबहà¥à¤¤ फेवरेबल होता है। कà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¤¨ की बहà¥à¤¤ सी वेरायटीज अब शहर में अवेलेबल हैं। इसके साथ ही डà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€à¤¨à¤¾ में अब मरून, गà¥à¤°à¥€à¤¨ के साथ यलो कांबिनेशन à¤à¥€ आ रहा है। गà¥à¤°à¥€à¤¨ और यलो कलर शेडेड लीवà¥à¤œ वाला सेफोलेरा, और कलरफà¥à¤² कोलियस की à¤à¥€ कई वेरायटी लगाई जा सकती हैं। अगर केवल गà¥à¤°à¥€à¤¨ लीवà¥à¤œ वाले सजावटी पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ लगाना हों तो फरà¥à¤¨ अचà¥à¤›à¤¾ पौधा है और अब फरà¥à¤¨ में à¤à¥€ कà¥à¤› नई वैरायटी आ गई हैं, जिनमें बरà¥à¤¡ नेसà¥à¤Ÿ फरà¥à¤¨ à¤à¥€ बà¥à¤¯à¥‚टीफà¥à¤² है। डफन बेकिया, अरेलिया, à¤à¤—à¥à¤¨à¥‹à¤²à¤¿à¤®à¤¾, कैलेथिया, सिंगोनियम, पेपरोमिया, हाइडà¥à¤°à¥‡à¤‚जिया और सà¥à¤ªà¥‡à¤¥à¥€à¤«à¤¾à¤‡à¤²à¤® à¤à¥€ लगाठजा सकते हैं।
मॉनसून फà¥à¤²à¤¾à¤µà¤°à¤¿à¤‚ग पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸
वैसे तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° सीजनलà¥à¤¸ सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में ही फà¥à¤²à¥‰à¤µà¤°à¤¿à¤‚ग पर आते हैं पर कà¥à¤› सीजनलà¥à¤¸ à¤à¥‡à¤¸à¥‡ हैं, जिनमें बारिश में à¤à¥€ फà¥à¤²à¥‰à¤µà¤°à¤¿à¤‚ग होती है। इनमें जीनिया, सिलोसिया, टोरिनिया और बालसम शामिल हैं। इनके फà¥à¤²à¤¾à¤µà¤° रेनी सीजन में à¤à¤°à¤¤à¥‡ नहीं हैं। पाल ने बताया, आमतौर पर डेहलिया में सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में फूल आते हैं पर डेहलिया की à¤à¤• डà¥à¤µà¥‰à¤°à¥à¤« वेरायटी à¤à¥€ है जो मॉनसून में फूल देती है। इसके फूल à¤à¥€ छोटे होते हैं। फà¥à¤Ÿà¤¬à¥‰à¤² लिलि और कैलेडियम में à¤à¥€ फूल आते हैं। इस मौसम में कà¥à¤› खà¥à¤¶à¤¬à¥‚दार पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ à¤à¥€ लगाठजा सकते हैं जैसे जूही, मोगरा, रजनीगंधा, हरसिंगार और गंधराज। गंधराज की लीवà¥à¤œ à¤à¥€ खूबसूरत होती हैं, इसलिठइसे à¤à¥€ ऑरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚टल पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ के रूप में à¤à¥€ लगाया जा सकता है।
सीजनलà¥à¤¸ की तैयारी
आने वाली सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में बगीचे में फà¥à¤²à¤µà¤°à¥à¤¸ की बहार के लिठगारà¥à¤¡à¤¨ लवरà¥à¤¸ अà¤à¥€ से तैयारी कर रहे हैं। इस मौसम में सीजनलà¥à¤¸ के सीडलिंगà¥à¤¸ लगाठजा सकते हैं। अगर गà¥à¤²à¤¦à¤¾à¤Šà¤¦à¥€ के छोटे पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ लगा दिठजाà¤à¤‚ तो वे सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में ही फूल देने के लिठतैयार हो जाà¤à¤‚गे। फलदार वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ जैसे अमरूद, अनार या नीबू के पà¥à¤²à¤¾à¤‚टà¥à¤¸ लगाने का à¤à¥€ यही सही वकà¥à¤¤ है।