- कमर दरà¥à¤¦ होने पर दशमूल काà¥à¤¾ पीना चाहिà¤
पीठऔर कमर दरà¥à¤¦ का à¤à¤²à¥‹à¤ªà¤¥à¥€ के जरिये इलाज मौजूद है, लेकिन आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• चिकितà¥à¤¸à¤¾ में इन दोनों तरह के दरà¥à¤¦ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ उपचार उपलबà¥à¤§ है। कमर दरà¥à¤¦ होने पर दशमूल काà¥à¤¾ सà¥à¤¬à¤¹ व शाम पीना चाहिà¤à¥¤ चूंकि कमर दरà¥à¤¦ का मूल कारण कबà¥à¤œ माना गया है, इसलिठकबà¥à¤œ होने पर अरंडी के तेल का थोड़ी मातà¥à¤°à¤¾ में सेवन करना चाहिà¤à¥¤ रात में गेहूं के दाने को पानी में à¤à¤¿à¤—ोकर सà¥à¤¬à¤¹ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खसखस और धनिये के दाने के साथ दूध में मिला लें। सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में दो बार इसका इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करने से न सिरà¥à¤« कमर दरà¥à¤¦ ठीक हो जाता है बलà¥à¤•à¤¿ शरीर में ताकत à¤à¥€ बढ़ती है। पीठदरà¥à¤¦ खतà¥à¤® करने के लिठहलà¥à¤•à¥‡ हाथों से मालिश करवानी चाहिà¤à¥¤ इससे कशेरà¥à¤•à¤¾à¤à¤‚ यानी रीढ़ का जोड़ सही जगह बैठजाता है और दरà¥à¤¦ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिलता है। पीठदरà¥à¤¦ से बचने के लिठजरूरी है कि कà¤à¥€ à¤à¥€ à¤à¥à¤• कर à¤à¤¾à¤° न उठाà¤à¤‚। जब à¤à¥€ कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ पर या चौकड़ी मारकर बैठे तो आगे की तरफ à¤à¥à¤•à¤•à¤° न बैठें। घंटों तक बैठना हो तो बीच-बीच में हिलते-डà¥à¤²à¤¤à¥‡ रहें। आमतौर पर पीठदरà¥à¤¦ आयॠसे संबंधी रोग है। उमà¥à¤° अधिक होने पर अनà¥à¤¯ असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ कशेरूक यानी रीढ़ का जोड़ à¤à¥€ दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² हो जाता है और उनमें कैलà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤® की कमी हो जाती है। 25 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ कीबोरà¥à¤¡ ऑपरेटरों को कंपà¥à¤¯à¥‚टर पर काम करने से सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤•à¥‹ बà¥à¤°à¥ˆà¤•à¤¿à¤¯à¤² सिंडà¥à¤°à¥‹à¤® हो जाता है। इसमें वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की बांह, कंधा, पीठऔर गरà¥à¤¦à¤¨ की पेशियां हमेशा तनाव में रहती हैं। इस दिकà¥à¤•à¤¤ से बचने के लिठजरूरी है कि शरीर को नियमित वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® से चà¥à¤¸à¥à¤¤-दà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ रखें। वैसे देखा जाठतो पीठदरà¥à¤¦ के कई कारण है, जैसे सरà¥à¤œà¤¿à¤•à¤² डिलिवरी, गलत तरीके से सोना या उठना-बैठना। महिलाओं को आमतौर पर ऊंची हील की सैंडल पहनने से à¤à¥€ कमर दरà¥à¤¦ होने लगता है।