आपने à¤à¥€ अकà¥à¤¸à¤° बड़े-बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों के मà¥à¤‚ह से यह बात सà¥à¤¨à¥€ होगी कि हमें खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिà¤, लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ आप इसकी वजह जानते हैं। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं तो पेट की दीवारों (सà¥à¤Ÿà¤®à¤• वॉल) पर जरूरत से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° पड़ता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं तो पानी à¤à¥‹à¤œà¤¨-नलिका से सीधे पेट में पहà¥à¤‚च जाता है जिससे वह पेट के आसपास के हिसà¥à¤¸à¥‡ को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चा सकता है। à¤à¤¸à¤¾ इसलिठहोता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि खड़े होकर पानी पीने के दौरान पानी के पोषक ततà¥à¤µ शरीर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अबà¥à¤¸à¥‰à¤°à¥à¤¬ नहीं हो पाते और इन पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को शरीर असà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर देता है। à¤à¤¸à¤¾ अगर बार-बार होता है तो इससे पाचन तंतà¥à¤° की फंकà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤‚ग पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होती है। जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं तब पानी बिना किडनी से छने सीधे बह जाता है। इससे किडनी और मूतà¥à¤°à¤¾à¤¶à¤¯ में गंदगी रह जाती है जिससे मूतà¥à¤°à¤®à¤¾à¤°à¥à¤— में संकà¥à¤°à¤®à¤£ या फिर किडनी की बीमारी होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बढ़ जाती है। पानी पीने का तरीका और शरीर के पॉसà¥à¤šà¤° यानी मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ का आपस में गहरा संबंध है। खड़े होकर पानी पीने के दौरान उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने वाले हाई पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° का असर शरीर के संपूरà¥à¤£ बायलॉजिकल सिसà¥à¤Ÿà¤® पर पड़ता है जिससे जोड़ों में दरà¥à¤¦ की समसà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो सकती है। इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने से शरीर के जोड़ों में मौजूद तरल पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ का संतà¥à¤²à¤¨ बिगड़ जाता है, जिससे आरà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤‡à¤Ÿà¤¿à¤¸ की समसà¥à¤¯à¤¾ जनà¥à¤® लेती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि खड़े होकर पानी पीने से फेफड़ों को à¤à¥€ नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ होता है। दरअसल, जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो फूड पाइप यानी à¤à¥‹à¤œà¤¨-नलिका और विंड पाइप यानी शà¥à¤µà¤¸à¤¨ नलिका में ऑकà¥à¤¸à¤¿à¤œà¤¨ की कमी हो जाती है। अगर à¤à¤¸à¤¾ बार-बार होता है यानी अगर आप नियमित रूप से खड़े होकर ही पानी पीते हैं तो इससे फेफड़े और हृदय रोग होने का खतरा रहता है। यही वजह है कि पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिà¤à¥¤