आजकल हरी साग सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के खाने का चलन कम होता जा रहा .उसका कारण यदि हम शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ से देखे तो सà¥à¤•à¥‚ल जाने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को आजकल बà¥à¤°à¥‡à¤¡ ,पूरी ,परांठा ,पोहा ,या अनà¥à¤¯ तली चीज़ें टिफ़िन में रखकर à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाता हैं उसके बाद जाम ,जेली ,अचार और आलू की सबà¥à¤œà¥€ .जब बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को शà¥à¤°à¥‚ से à¤à¤¸à¥€ खादà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ की जाती हैं तो वह रोटी ,चावल ,,दाल और सबà¥à¤œà¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खाà¤à¤‚ ?यह आदत नियमित होने पर जब बड़े होते हैं तो हरी सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ,दाल ,चावल ,रोटी उनकी पसंदगी नहीं रह जाती हैं .उसके बाद घर से बाहर पà¥à¤¨à¥‡ गठव नौकरी में गठतो पिज़à¥à¥›à¤¾ ,बरà¥à¤—र आदि का सेवन करते हैं .उनमे पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• खादà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ या संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार न मिलने से यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में तो चल जाता हैं उसके बाद कमजोरी ,चकà¥à¤•à¤° आना ,हाथ पाà¤à¤µ में à¤à¥à¤¨à¤à¥à¤¨à¥€ और जलà¥à¤¦à¥€ थकावट की शिकायतें मिलने लगती हैं और दूसरा अनियमित à¤à¥‹à¤œà¤¨ करना ,समय पर à¤à¥‹à¤œà¤¨ न करना अपनी शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ ता पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ करते हैं।
सामानà¥à¤¯ रूप से यदि हम नियमित संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार ले और नियमित दिन चरà¥à¤¯à¤¾ का पालन करे तो कई अनिमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ से हम मà¥à¤•à¥à¤¤ हो सकते हैं .आजकल सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूकता होने के कारण हम संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार न लेकर ,कहीं हम मोटे न हो जाये घी ,शकà¥à¤•à¤° ,पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ का सेवन नहीं करते और नौकरी पेशा वाले अधिकांश रà¥à¤–ा सूखा à¤à¥‹à¤œà¤¨ करते हैं ,जिससे धीरे धीरे वे अनेक रोगों से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ होने लगते हैं .रोगों से बचाव करना हमारे हाथ में हैं।
लाइकोपीन कैंसर-निवारक फाइटोनà¥à¤¯à¥‚टà¥à¤°à¤¿à¤à¤‚ट है। यह à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट आमतौर पर टमाटर में पाया जाता है, लेकिन आप इसे कई सामानà¥à¤¯ फलों और सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकते हैं। लाइकोपीन पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ में राजा है।
लाइकोपीन कà¥à¤¯à¤¾ है ?
लाइकोपीन à¤à¤• फाइटोनà¥à¤¯à¥‚टà¥à¤°à¤¿à¤à¤‚ट है। फाइटोनà¥à¤¯à¥‚टà¥à¤°à¤¿à¤à¤‚ट पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लाइफ में पाठजाने वाले à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट हैं। ये पोषक ततà¥à¤µ मूल रूप से मानव शरीर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नहीं बनाठजाते हैं, बलà¥à¤•à¤¿ पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ होते हैं। यह टमाटर, तरबूज, पपीता और गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ अंगूर जैसे फलों और सबà¥à¤œà¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लाल रंग देता है। यह à¤à¤• वसा घà¥à¤²à¤¨à¤¶à¥€à¤² पोषक ततà¥à¤µ है।
पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में शà¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤£à¥à¤“ं की संखà¥à¤¯à¤¾ को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में मदद करे लाइकोपीन
शोध दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है कि लाइकोपीन से समृदà¥à¤§ खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के बीच शà¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤£à¥à¤“ं की संखà¥à¤¯à¤¾ के बीच à¤à¤• उचà¥à¤š सहसंबंध। पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिà¤à¥¤ वैसे पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के बीच बांà¤à¤ªà¤¨ को ठीक करने में लाइकोपीन के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ देखने के लिठअनà¥à¤¸à¤‚धान किया जा रहा है।
चूंकि लाइकोपीन शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ फà¥à¤°à¥€ रेडिकलà¥à¤¸ सà¥à¤•à¤¾à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤—िंग कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ वाला à¤à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¤ à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट है, यही कारण है कि यह कंपाउंड शà¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤£à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को बढ़ाने में मदद कर सकता है। हालांकि, अà¤à¥€ यह कितना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ है इसे निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। इसलिठपà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को अपने आहार में टमाटर शामिल करना जारी रखना चाहिठताकि उनके शरीर को लाइकोपीन मिले सके।
पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में हडà¥à¤¡à¥€ को मजबूत करे लाइकोपीन
विटामिन के और कैलà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤® ही à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° चीज नहीं हैं जो आपकी हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मजबूत रखती हैं। लाइकोपीन à¤à¥€ हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में ऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤µ तनाव से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने में मदद करता है जो à¤à¤‚गà¥à¤° और कमजोर हडà¥à¤¡à¥€ की संरचना का कारण बनता है। इसलिठपà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को लाइकोपीन वाले आहार का सेवन करना चाहिà¤à¥¤ यह à¤à¤ªà¥‹à¤ªà¥à¤Ÿà¥‹à¤¸à¤¿à¤¸ (कोशिका मृतà¥à¤¯à¥) को धीमा करता है जो हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को कमजोर बनाता है और हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सेलà¥à¤²à¤° आरà¥à¤•à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤•à¥à¤šà¤° को मजबूत करता है।
पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ कैंसर को रोके लाइकोपीन
पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ कैंसर को पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में शीरà¥à¤· तीन कैंसर में से à¤à¤• माना जाता है। आज विशà¥à¤µ के सà¤à¥€ देशों के पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ कैंसर के मरीजों की संखà¥à¤¯à¤¾ बढ़ रही है। पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ कैंसर को संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ लाइकोपीन के सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ सेवन से रोका जा सकता है। पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ कैंसर से पहले से पीड़ित लोगों के लिठकैंसर कोशिका पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° को कम करने और नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठसरà¥à¤œà¤°à¥€ से पहले à¤à¤• लाइकोपीन समृदà¥à¤§ आहार निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जाता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिठफायदेमंद है लाइकोपीन
लाइकोपीन डायबिटीज के मरीजों के लिठलाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ है। आपको बता दें कि लाइकोपीन को रकà¥à¤¤ गà¥à¤²à¥‚कोज के सà¥à¤¤à¤° को कम करके और à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से ऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤µ तनाव को कम करके टाइप 2 मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ के उपचार में कà¥à¤› सकारातà¥à¤®à¤• लाठपाठगठहैं।
पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ में इमà¥à¤¯à¥‚न सिसà¥à¤Ÿà¤® को बà¥à¤¾à¤
पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के लिठलाइकोपीन लाठमें à¤à¤• लाठयह है कि इससे शरीर में इमà¥à¤¯à¥‚न सिसà¥à¤Ÿà¤® को मजबूत किया जा सकता है। लाइकोपीन शरीर की रकà¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° या पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ के लिठà¤à¤• दवा है। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ या इमà¥à¤¯à¥‚न सिसà¥à¤Ÿà¤® को लाइकोपीन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सूकà¥à¤·à¥à¤®à¤œà¥€à¤µà¥‹à¤‚ के कारण बीमारी को नषà¥à¤Ÿ करने में तेजी से कारà¥à¤¯ करने के लिठसंयोजित किया जाता है।
दिल के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में सà¥à¤§à¤¾à¤° करे लाइकोपीन
बà¥à¤²à¤¡ सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤® में लाइकोपीन का उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° मेटाबोलिक सिंडà¥à¤°à¥‹à¤® वाले लोगों में कम मृतà¥à¤¯à¥ दर से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ होते हैं। मेटाबोलिक सिंडà¥à¤°à¥‹à¤® विकारों का à¤à¤• संयोजन है जो दिल की बीमारी, उचà¥à¤š बà¥à¤²à¤¡ शà¥à¤—र और मोटापे का कारण बनता है। लाइकोपीन समृदà¥à¤§ à¤à¥‹à¤œà¤¨, यदि नियमित रूप से लिया जाता है, तो यह à¤à¤²à¤¡à¥€à¤à¤² कोलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤² (खराब कोलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤²) के ऑकà¥à¤¸à¥€à¤•à¤°à¤£ को रोकता है।
सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤• के खतरे को करे कम
लाइकोपीन से समृदà¥à¤§ खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥ सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤• के खतरे को कम कर सकता है। लाइकोपीन के à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट गà¥à¤£ आपको खून के थकà¥à¤•à¥‡ के गठन से बचाता है, जो सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤• के पीछे का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण हैं। इसके अलावा, लाइकोपीन में मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• के अंदर रकà¥à¤¤ वाहिकाओं पर à¤à¤‚टी-इंफà¥à¤²à¥‡à¤®à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालता है, जो सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤• के खिलाफ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के रूप में à¤à¥€ कारà¥à¤¯ करता है।
कà¥à¤¯à¤¾ हम टमाटर ,पपीता ,शलजम ,गाजर ,बिही,पालक जैसी ससà¥à¤¤à¥€ सà¥à¤²à¤ खादà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ का उपयोग नहीं कर सकते ,संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ हम अनà¥à¤¯ खादà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ में अधिक खरचते हैं पर मामूली ,उपयोगी और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤§à¤• सामगà¥à¤°à¥€ के उपयोग करने से कतराते हैं .जो हमें मूल रूप से शकà¥à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤§à¤• और लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ होते हैं .बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को शà¥à¤°à¥‚ से ही इन सामगà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को खिलने और खाने के लिठपà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करना चाहिठ.जितने हम पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के नजदीक रहेंगे उतने हम तंदà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ रहेंगे।