आषाॠशà¥à¤•à¥à¤² à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ के दिन 23 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को देवशयनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ के चलते चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ शà¥à¤°à¥‚ होने जा रहे हैं। चतà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ 19 नवंबर देव उठनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ तक रहेंगे। इन चार माह में विवाह आदि शà¥à¤ कारà¥à¤¯ पूरी तरह से बंद रहेंगे। वहीं 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2019 तक मलमास रहने के कारण à¤à¥€ विवाह नहीं हो पाà¤à¤‚गे।
इन चार महीनों में तमाम तरह के शà¥à¤ कारà¥à¤¯ करना निषेध रहेगा। लेकिन, शहर में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ à¤à¤¾à¤—वत, रामायण à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ धारà¥à¤®à¤¿à¤• आयोजन बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में होंगे।
पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ रामजीवन दà¥à¤¬à¥‡ ने बताया कि देवगà¥à¤°à¥ बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ 10 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को रात 11 बजे तà¥à¤²à¤¾ राशि में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर रहे हैं। गà¥à¤°à¥ के मारà¥à¤—ीय होने का लाठआने वाले चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ में आराधकों को मिलेगा। à¤à¤¸à¥‡ में चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ के दौरान वà¥à¤°à¤¤ करने वालों को धन, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा मिलेगी। जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सिदà¥à¤§à¤¿ योग में हो रही है।
अधिकमास के कारण à¤à¤• माह देरी से सोà¤à¤‚गे देव
इस साल अधिकमास पड़ जाने के कारण à¤à¤• माह देरी से विशà¥à¤°à¤¾à¤® पर जाà¤à¤‚गे। इस कारण सनातन धरà¥à¤® के तमाम तीज तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की तिथी 15 दिन तक आगे बॠगई है।
पं. दà¥à¤¬à¥‡ ने बताया कि इस बार अधिकामस होने के कारण सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के पालनहार à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ à¤à¤• माह देरी से विशà¥à¤°à¤¾à¤® करेंगे। इस कारण चातà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤¸ à¤à¥€ à¤à¤• माह आगे बॠजाà¤à¤—ा। इन चार महीनों में आने वाले तीज तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पिछले साल की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में 10 से 15 दिन आगे बॠजाà¤à¤‚गे। शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° देवशयनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ से à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ चार माह तक कà¥à¤·à¥€à¤° सागर में विशà¥à¤°à¤¾à¤® करते है। इस दौरान सृषà¥à¤Ÿà¤¿ की बागडोर à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ संà¤à¤¾à¤²à¤¤à¥‡ हैं।
कà¥à¤¯à¤¾ होता है चतà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸
शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° देवशयनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ से देवउठनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ तक का समय चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ कहलाता है। इन चार महीनों में विशेष देव आराधना की जाती है। इस दौरान कई हिनà¥à¤¦à¥‚ तीज तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° à¤à¥€ आते हैं। इस दौरान विवाह आदि मांगलिक कारà¥à¤¯ वरà¥à¤œà¤¿à¤¤ रहते हैं। देश के तमाम साधू-संत चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ करने अलग-अलग सिदà¥à¤§ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर पहà¥à¤‚चते हैं और विशेष साधना में लीन हो जाते हैं। चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ समापà¥à¤¤ होने पर वह किसी दूसरी जगह जाकर दोबारा से साधना शà¥à¤°à¥‚ करते हैं।
15 दिन आगे बà¥à¥‡ तीज तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°
जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ - 23 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ देवशयनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€, 27 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ गà¥à¤°à¥ पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾, 28 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ सावन माह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¥¤
अगसà¥à¤¤ - 11 अगसà¥à¤¤ हरियाली अमावसà¥à¤¯à¤¾, 15 अगसà¥à¤¤ नागपंचमी, 26 अगसà¥à¤¤ रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन।
सितंबर - 2 सितंबर शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€, 13 सितंबर गणेश चतà¥à¤°à¥à¤¥à¥€, 23 सितंबर अनंत चतà¥à¤°à¥à¤¦à¤¶à¥€à¥¤
अकà¥à¤Ÿà¥‚बर - 10 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर शारदीय नवरातà¥à¤°, 19 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर दशहरा, 24 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर शरद पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾à¥¤
नवंबर - 5 नवंबर धन तेरस, 7 नवंबर दीपावली, 9 नवंबर à¤à¤¾à¤ˆ दूज, 17 नवंबर अकà¥à¤·à¤¯ नवमी, 19 नवंबर देवउठनी à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€à¥¤
(अधिकमास के कारण ये सà¤à¥€ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पिछले साल के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ 10 से 15 दिन आगे बॠगठहैं)