सनातन धरà¥à¤® में साल में चार नवरातà¥à¤° की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है, इनमें से दो गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤° होते हैं। गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ विशेष तौर पर गà¥à¤ªà¥à¤¤ सिदà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ पाने का समय होता है। आमतौर पर लोग दो नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ (चैतà¥à¤° या वासंतिक नवरातà¥à¤° और आशà¥à¤µà¤¿à¤¨ या शारदीय नवरातà¥à¤°) के बारे में ही जानते हैं। लेकिन इसके अलावा दो और नवरातà¥à¤° à¤à¥€ होते हैं, जिनमें विशेष कामनाओं की सिदà¥à¤§à¤¿ की जाती है।
कम लोगों को इसका जà¥à¤žà¤¾à¤¨ होने के कारण या इसके छिपे हà¥à¤ होने के कारण इसको गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤° à¤à¥€ कहते हैं। यह à¤à¥€ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤° में पूजा मनोकामना जितनी जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गोपनीय होगी, सफलता उतनी जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मिलेगी।
नौ दिनों तक चलने वाले गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤° परà¥à¤µ में माता के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¥‚पों की पूजा की जाती है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने के लिठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ साधनाà¤à¤‚ à¤à¥€ की जाती हैं। गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤° में मनचाही सफलता के लिठविशेष उपाय à¤à¥€ किठजाते हैं।
पंडित सà¥à¤¨à¥€à¤² शरà¥à¤®à¤¾ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• तंतà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ में किठगठउपाय जलà¥à¤¦à¥€ ही शà¥à¤ फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर सकते हैं। वहीं इससे धन, नौकरी, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, संतान, विवाह, पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¶à¤¨ आदि कई मनोकामनाà¤à¤‚ इन 9 दिनों में किठगठउपायों से पूरà¥à¤£ हो सकती है। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ये उपाय इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हैं-
1. इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में सफलता का उपाय:
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ में किसी à¤à¥€ दिन सà¥à¤¬à¤¹ जलà¥à¤¦à¥€ उठकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ आदि करने के बाद सफेद रंग का सूती आसन बिछाकर पूरà¥à¤µ दिशा की ओर मà¥à¤– करके उस पर बैठजाà¤à¤‚। अब अपने सामने पीला कपड़ा बिछाकर उस पर 108 दानों वाली सà¥à¤«à¤Ÿà¤¿à¤• की माला रख दें और इस पर केसर व इतà¥à¤° छिड़क कर इसका पूजन करें।
इसके बाद धूप, दीप और अगरबतà¥à¤¤à¥€ दिखाकर मंतà¥à¤° का 31 बार उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ करें। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° 11 दिन तक करने से वह माला सिदà¥à¤§ हो जाà¤à¤—ी। जब à¤à¥€ किसी इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में जाà¤à¤‚ तो इस माला को पहन कर जाà¤à¤‚। ये उपाय करने से इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में सफलता की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बढ़ सकती है।
मंतà¥à¤°-
'ऊठहà¥à¤²à¥€à¤‚ वागà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¨à¥€ à¤à¤—वती मम कारà¥à¤¯ सिदà¥à¤§à¤¿ कà¥à¤°à¥ कà¥à¤°à¥ फटॠसà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤'
2. नौकरी में परेशानी निवारण के उपाय:
अगर नौकरी में किसी à¤à¥€ तरह की समसà¥à¤¯à¤¾ आ रही है तो इसके लिठ9 दिन तक देवी को बताशे पर रखकर लौंग अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें।
इस मंतà¥à¤° का जाप करें-
सरà¥à¤µà¤¬à¤¾à¤§à¤¾ विनिरà¥à¤®à¥à¤•à¥à¤¤à¥‹ धन धानà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤: मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹ मतà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¥‡à¤¨à¥‡ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¤à¤¿ ना संशय:।
3. विवाह में बाधा के उपाय:
अगर विवाह में कोई बाधा आ रही है तो पूरे 9 दिन देवी को पीले फूलों की माला अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। इस मंतà¥à¤° का जाप करें-
कातà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨à¥€ महामाये, महायोगिनयधीशà¥à¤µà¤°à¥€ ननà¥à¤¦à¤—ोपसà¥à¤¤à¤‚ देवी, पति में कà¥à¤•à¥‚ ते नम:।
माना जाता है कि à¤à¤¸à¤¾ करने से विवाह की समसà¥à¤¯à¤¾ दूर हो जाती है।
4. शीघà¥à¤° विवाह के लिठउपाय :
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ में शिव-पारà¥à¤µà¤¤à¥€ का à¤à¤• चितà¥à¤° अपने पूजासà¥à¤¥à¤² में रखें और उनकी पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ मंतà¥à¤° का 3, 5 या 10 माला जाप करें। जाप के बाद à¤à¤—वान शिव से विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें-
मंतà¥à¤°-
'ऊं शं शंकराय सकल-जनà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤œà¤¿à¤¤-पाप-विधà¥à¤µà¤‚सनाय,
पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥-चतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¯-लाà¤à¤¾à¤¯ च पतिं मे देहि कà¥à¤°à¥ कà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾à¥¤à¥¤'
5. मनपसंद वर के लिठउपाय :
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ के दौरान किसी à¤à¥€ दिन अपने आस-पास सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ किसी शिव मंदिर में जाà¤à¤‚। वहां à¤à¤—वान शिव à¤à¤µà¤‚ मां पारà¥à¤µà¤¤à¥€ पर जल à¤à¤µà¤‚ दूध चढ़ाà¤à¤‚ और पंचोपचार (चंदन, पà¥à¤·à¥à¤ª, धूप, दीप à¤à¤µà¤‚ नैवेदà¥à¤¯) से उनका पूजन करें।
अब मौली (पूजा में उपयोग किया जाने वाला लाल धागा) से उन दोनों के मधà¥à¤¯ गठबंधन करें। अब वहां बैठकर लाल चंदन की माला से मंतà¥à¤° का जाप 108 बार करें-
मंतà¥à¤°-
'हे गौरी शंकरारà¥à¤§à¤¾à¤‚गी। यथा तà¥à¤µà¤‚ शंकर पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤
तथा मां कà¥à¤°à¥ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¥€, कानà¥à¤¤ कानà¥à¤¤à¤¾à¤‚ सà¥à¤¦à¥à¤°à¥à¤²à¤à¤¾à¤®à¥¤à¥¤'
इसके बाद तीन महीने तक रोज इसी मंतà¥à¤° का जाप शिव मंदिर में अथवा अपने घर के पूजाककà¥à¤· में मां पारà¥à¤µà¤¤à¥€ के सामने 108 बार करें। घर पर à¤à¥€ आपको पंचोपचार पूजा करनी है।
6. मनचाही दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ के लिठउपाय :
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ के दौरान जो à¤à¥€ सोमवार आà¤à¥¤ उस दिन सà¥à¤¬à¤¹ किसी शिव मंदिर में जाà¤à¤‚। वहां शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शकà¥à¤•à¤° चढ़ाते हà¥à¤ उसे अचà¥à¤›à¥€ तरह से साफ करें। फिर शà¥à¤¦à¥à¤§ जल चढ़ाà¤à¤‚ और पूरे मंदिर में à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¥‚ लगाकर उसे साफ करें। अब à¤à¤—वान शिव की चंदन, पà¥à¤·à¥à¤ª à¤à¤µà¤‚ धूप, दीप आदि से पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करें।
रात 10 बजे बाद अगà¥à¤¨à¤¿ पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर ऊं नम: शिवाय मंतà¥à¤° का उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ करते हà¥à¤ घी से 108 आहà¥à¤¤à¤¿ दें। अब 40 दिनों तक नितà¥à¤¯ इसी मंतà¥à¤° का पांच माला जाप à¤à¤—वान शिव के समà¥à¤®à¥à¤– करें। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि इससे शीघà¥à¤° ही आपकी मनोकामना पूरà¥à¤£ होने के योग बनते हैं।
7. दांपतà¥à¤¯ सà¥à¤– के लिठउपाय:
यदि जीवनसाथी से अनबन होती रहती है तो गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ नीचे लिखी चौपाई को पढ़ते हà¥à¤ 108 बार अगà¥à¤¨à¤¿ में घी से आहà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दें। अब नितà¥à¤¯ सà¥à¤¬à¤¹ उठकर पूजा के समय इस चौपाई को 21 बार पढ़ें। यदि संà¤à¤µ हो तो अपने जीवनसाथी से à¤à¥€ इस चौपाई का जाप करने के लिठकहें-
चौपाई- 'सब नर करहिं परसà¥à¤ªà¤° पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¥¤
चलहिं सà¥à¤µà¤§à¤°à¥à¤® निरत शà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿ नीति।।'
8. संतान पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठउपाय :
अगर संतान पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में कोई समसà¥à¤¯à¤¾ आ रही है तो 9 दिन देवी को पान का पतà¥à¤¤à¤¾ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। पान का पतà¥à¤¤à¤¾ टूना नहीं होना चाहिà¤à¥¤ इस मंतà¥à¤° का जाप करें-
ननà¥à¤¦à¤—ोपगृह जाता यशोदागरà¥à¤ समà¥à¤à¤µà¤¾ ततसà¥à¤¤à¥Œ नाशयिषà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¿ विनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤šà¤²à¤¨à¤¿à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¨à¥€à¥¤
माना जाता है कि इस मंतà¥à¤° का जाप करने से आपकी मनोकामना पूरी हो जाती है।
9. धन लाठके लिठउपाय :
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ के दौरान किसी à¤à¥€ दिन सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से निवृतà¥à¤¤ होकर उतà¥à¤¤à¤° दिशा की ओर मà¥à¤– करके पीले आसन पर बैठजाà¤à¤‚। अपने सामने तेल के 9 दीपक जला लें। ये दीपक साधनाकाल तक जलते रहने चाहिà¤à¥¤ दीपक के सामने लाल चावल (चावल को रंग लें) की à¤à¤• ढेरी बनाà¤à¤‚ फिर उस पर à¤à¤• शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° रखकर उसका कà¥à¤‚कà¥à¤®, फूल, धूप, तथा दीप से पूजन करें।
उसके बाद à¤à¤• पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ पर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤• बनाकर उसे अपने सामने रखकर उसका पूजन करें। शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° को अपने पूजा सà¥à¤¥à¤² पर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर लें और शेष सामगà¥à¤°à¥€ को नदी में पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ कर दें। इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से आपको अचानक धन लाठहोने के योग बन सकते हैं।
10. बरकत बढ़ाने का उपाय :
गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ में किसी à¤à¥€ दिन सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर साफ कपड़े में अपने सामने मोती शंख को रखें और उस पर केसर से सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤• का चिहà¥à¤¨ बना दें। इसके बाद इस मंतà¥à¤° का जाप करें-
मंतà¥à¤°-
'शà¥à¤°à¥€à¤‚ हà¥à¤°à¥€à¤‚ शà¥à¤°à¥€à¤‚ महालकà¥à¤·à¥à¤®à¤¯à¥ˆ नम:।।'
मंतà¥à¤° जाप के ये हैं नियम -
- मंतà¥à¤° का जप सà¥à¤«à¤Ÿà¤¿à¤• माला से ही करें।
- मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के साथ à¤à¤•-à¤à¤• चावल इस शंख में डालें।
- इस बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें की चावल टूटे हà¥à¤ ना हो। इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— लगातार नौ दिनों तक करें।
- इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रोज à¤à¤• माला जाप करें। उन चावलों को à¤à¤• सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और 9 दिन के बाद चावल के साथ शंख को à¤à¥€ उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें। इस उपाय से घर की बरकत बढ़ सकती है।
अनà¥à¤¯ उपाय...
1- देवी का निवास : माता जगदंबिका को आम अथवा गनà¥à¤¨à¥‡ के रस से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाया जाठतो लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ और सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤•à¥à¤¤ का घर छोड़कर कà¤à¥€ नहीं जातीं। वहां नितà¥à¤¯ ही संपतà¥à¤¤à¤¿ और विदà¥à¤¯à¤¾ का वास रहता है।
2- पापों का नाश: वेद पाठके साथ यदि करà¥à¤ªà¥‚र, अगरॠ(सà¥à¤—ंधित वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿), केसर, कसà¥à¤¤à¥‚री व कमल के जल से देवी को सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाया जाठतो सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को थोड़े पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से ही सफलता मिलती है।
3- देवी कृपा: दà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤·à¤¾ (दाख) के रस से यदि माता जगदंबिका को सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाया जाठतो à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर देवी की कृपा बनी रहती है।
4- सà¥à¤–-समृदà¥à¤§à¤¿ : इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यदि देवी को दूध से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाया जाठतो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सà¥à¤–-समृदà¥à¤§à¤¿ का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बनता है।
5- सेहत: गà¥à¤ªà¥à¤¤ नवरातà¥à¤°à¤¿ पर खराब सेहत से à¤à¥€ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाया जा सकता है। 9 दिन देवी को लाल फूल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें और इस मंतà¥à¤° का जाप करें-
ऊं कà¥à¤°à¥€à¤‚ कालिकायै नम:।
मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि à¤à¤¸à¤¾ करने से आप तंदरà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हो जाà¤à¤‚गे।
6- शतà¥à¤°à¥ और करà¥à¤œà¥‡ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾: मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡ शतà¥à¤°à¥ और करà¥à¤œà¥‡ की समसà¥à¤¯à¤¾ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने के लिठ9 दिन के समकà¥à¤· गà¥à¤—à¥à¤—ल की सà¥à¤—ंध वाला धूप जलाà¤à¤‚ और इस मंतà¥à¤° का जाप करें ।
ऊं à¤à¤‚ हà¥à¤°à¥€à¤‚ कà¥à¤²à¥€à¤‚ चामà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤¯ विचà¥à¤šà¥‡à¥¤
कहा जाता है कि à¤à¤¸à¤¾ करने से आपकी समसà¥à¤¯à¤¾ दूर होगी। सà¤à¥€ तरह की समसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को दूर करने के लिठ9 दिन देवी के सामने अखंड दीपक जलाà¤à¤‚ इस मंतà¥à¤° का जाप करें।
- ऊं दà¥à¤‚ दà¥à¤°à¥à¤—ाय नम:
राशि के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ये करें खास उपाय...
1. मेष राशि – इस राशि के लोगों को सà¥à¤•à¤‚दमाता की पूजा करनी चाहिà¤à¥¤ दà¥à¤°à¥à¤—ा सपà¥à¤¤à¤¶à¤¤à¥€ या दà¥à¤°à¥à¤—ा चालीसा का पाठकरें।
2. वृषठराशि – इस राशि के लोग देवी के महागौरी सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª की पूजा करें व ललिता सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¨à¤¾à¤® का पाठकरें।
3. मिथà¥à¤¨ राशि – इस राशि के लोग देवी यंतà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर मां बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ की पूजा करें। इससे इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लाठहोगा।
4. करà¥à¤• राशि – इस राशि के लोगों को मां शैलपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की उपासना करनी चाहिà¤à¥¤ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¨à¤¾à¤® का पाठà¤à¥€ करें।
5. सिंह राशि – इस राशि के लोगों के लिठमां कूषà¥à¤®à¤¾à¤‚डा की पूजा विशेष फल देने वाली है। दà¥à¤°à¥à¤—ा मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का जाप करें।
6. कनà¥à¤¯à¤¾ राशि – इस राशि के लोग मां बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ की पूजा करें। लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ मंतà¥à¤°à¥‹ का विधि-विधान पूरà¥à¤µà¤• जाप करें।
7. तà¥à¤²à¤¾ राशि – इस राशि के लोगों को महागौरी की पूजा से लाठहोता है। काली चालीसा का पाठकरें।
8. वृशà¥à¤šà¤¿à¤• राशि – सà¥à¤•à¤‚दमाता की पूजा से इस राशि वालों को शà¥à¤ फल मिलते हैं। दà¥à¤°à¥à¤—ा सपà¥à¤¤à¤¶à¤¤à¥€ का पाठकरें।
9. धनॠराशि – इस राशि के लोग मां चंदà¥à¤°à¤˜à¤‚टा की आराधना करें। साथ ही उनके मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का विधि-विधान से जाप करें।
10. मकर राशि – इस राशि वालों के लिठमां काली की पूजा शà¥à¤ मानी गई है। नरà¥à¤µà¤¾à¤£ मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का जाप करें।
11. कà¥à¤‚ठराशि – इस राशि के लोग मां कालरातà¥à¤°à¤¿ की पूजा करें। नवरातà¥à¤°à¤¿ के दौरान रोज़ देवी कवच का पाठकरें।
12. मीन राशि – इस राशि वाले मां चंदà¥à¤°à¤˜à¤‚टा की पूजा करें। हलà¥à¤¦à¥€ की माला से बगलामà¥à¤–ी मंतà¥à¤°à¥‹ का जाप à¤à¥€ करें।