साल 2018 में सावन का महीना आने वाली 28 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ से शà¥à¤°à¥‚ होने जा रहा है। ये महीना 28 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ से शà¥à¤°à¥‚ होकर 26 अगसà¥à¤¤ रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन को समापà¥à¤¤ होगा। इसी बीच हरियाली तीज का परà¥à¤µ 13 अगसà¥à¤¤ को व नागपंचमी 15 अगसà¥à¤¤ को और 26 अगसà¥à¤¤ को रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन का परà¥à¤µ मनाया जाà¤à¤—ा। शहर के जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पंडित जगदीश शरà¥à¤®à¤¾ बताते है कि इस वरà¥à¤· के सावन में 19 साल बाद à¤à¤¸à¤¾ संयोग बन रहा है, जब सावन का महीना 29 से 28 के बजाय पूरे 30 दिन का होगा। साथ ही दूसरा संयोग ये है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ देश के आजाद होने के बाद ये दूसरा मौका होगा जब नागपंचमी 15 अगसà¥à¤¤ को पड़ रही है। इस महासंयोग से इस बार की नागपंचमी का महतà¥à¤µ और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बढ़ गया है।
कà¥à¤‚डली में पूरà¥à¤£ कालसरà¥à¤ª योग
पंडित जी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इस बार कà¥à¤‚डली में पूरà¥à¤£ कालसरà¥à¤ª योग है। पूरà¥à¤£ कालसरà¥à¤ª योग के कारण ही इस बार नागपंचमी का महतà¥à¤µ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है। इस बार इस दिन विशेष योग बन रहे है। आपको बता दें कि 38 साल पहले 15 अगसà¥à¤¤ 1980 को नागपंचमी पड़ी थी। इस बार नागपंचमी सà¥à¤¬à¤¹ 6.07 बजे से शाम 4.16 बजे तक सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग में रहेगी। शà¥à¤ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठइस नागपंचमी में विशेष योग बन रहे है। जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· शासà¥à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 15 अगसà¥à¤¤ 1947 की मधà¥à¤¯à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿ के समय पà¥à¤·à¥à¤¯ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° तथा चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ व चार अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹ सूरà¥à¤¯, बà¥à¤§, शà¥à¤•à¥à¤°, शनि की साकà¥à¤·à¥€ में पंचगà¥à¤°à¤¹à¥€ योग था। साथ ही इस दिन ही कालसरà¥à¤ª योग à¤à¥€ था। शायद इसीलिठपà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदा, आतंकवाद जैसी समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ लगातर बनी हà¥à¤ˆ हैं।
नागपंचमी के दिन खà¥à¤²à¤¤à¥‡ हैं इस मंदिर के कपाट
नागपंचमी के दिन ही उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग महाकालेशà¥à¤µà¤° मंदिर के शीरà¥à¤· पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नागचंदà¥à¤°à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° मंदिर के पट खोले जाते है। इस बार à¤à¥€ 14 अगसà¥à¤¤ की रात को इस मंदिर के पट खोल दिठजाà¤à¤‚गे और 15 अगसà¥à¤¤ का रात को 12 बजे मंदिर के पट बंद कर दिठजाà¤à¤‚गे। इस मंदिर के पट को खोलने और बंद करने का काम महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े के महंत करेंगे।