बरसात के मौसम में मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª बढ़ना सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• है। à¤à¤¸à¥‡ में मलेरिया होने की आशंका होती जाती है। सही इलाज न होने पर मलेरिया जानलेवा à¤à¥€ हो सकता है। मलेरिया के रोगी का लीवर à¤à¥€ बढ़ जाता है। à¤à¤¸à¥‡ में बरसात के मौसम में मलेरिया से बचने के लिठतमाम सावधानियों के साथ ही आपको उसके घरेलू उपचार के बारे में à¤à¥€ जानकारी जरूर होनी चाहिà¤à¥¤
मौसंबी फल : मौसंबी में कà¥à¤µà¤¿à¤¨à¤¿à¤¨ नाम का पदारà¥à¤¥ पाया जाता है। यह रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥€ को मजबूत तो बनाता ही है, साथ ही मलेरिया फैलाने वाले पैरासाइटà¥à¤¸ का खातà¥à¤®à¤¾ करने में à¤à¥€ मददगार होता है। मलेरिया हो जाने के बाद रोगी को परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में मौसंबी के जूस का सेवन करना चाहिà¤à¥¤
दालचीनी : दालचीनी à¤à¤‚टीपैरासिटिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र होता है जो मलेरिया के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कारक परजीवियों को नषà¥à¤Ÿ करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखता है। मलेरिया में शरीर को होने वाले दरà¥à¤¦ से राहत दिलाने में à¤à¥€ दालचीनी काफी मददगार है। इसके लिठदालचीनी को पानी के साथ उबालकर गाढ़ा मिशà¥à¤°à¤£ तैयार कर लें। इसे शहद के साथ पिà¤à¤‚।
तà¥à¤²à¤¸à¥€ : मलेरिया के तमाम लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ का इलाज करने में तà¥à¤²à¤¸à¥€ बेहद फायदेमंद है। मलेरिया में जोड़ों और शरीर के दरà¥à¤¦ की समसà¥à¤¯à¤¾ से निपटने के लिठतà¥à¤²à¤¸à¥€ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया जा सकता है। इसके लिठतà¥à¤²à¤¸à¥€ की चाय बनाई जा सकती है। या फिर इसे पानी के साथ उबालकर पीया जा सकता है। तà¥à¤²à¤¸à¥€ और काली मिरà¥à¤š का पेसà¥à¤Ÿ बनाकर सेवन करने से à¤à¥€ मलेरिया के बà¥à¤–ार में राहत मिलती है।
अदरक : मलेरिया के दौरान बà¥à¤–ार, मिचली, शरीर में दरà¥à¤¦ और à¤à¥‚ख न लगने जैसी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से राहत दिलाने में अदरक बेहद फायदेमंद रहता है। पानी के साथ उबालकर अदरक का सेवन करने से मलेरिया से राहत मिलती है।
मौसंबी फल : मौसंबी में कà¥à¤µà¤¿à¤¨à¤¿à¤¨ नाम का पदारà¥à¤¥ पाया जाता है। यह रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥€ को मजबूत तो बनाता ही है, साथ ही मलेरिया फैलाने वाले पैरासाइटà¥à¤¸ का खातà¥à¤®à¤¾ करने में à¤à¥€ मददगार होता है। मलेरिया हो जाने के बाद रोगी को परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में मौसंबी के जूस का सेवन करना चाहिà¤à¥¤
दालचीनी : दालचीनी à¤à¤‚टीपैरासिटिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र होता है जो मलेरिया के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कारक परजीवियों को नषà¥à¤Ÿ करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखता है। मलेरिया में शरीर को होने वाले दरà¥à¤¦ से राहत दिलाने में à¤à¥€ दालचीनी काफी मददगार है। इसके लिठदालचीनी को पानी के साथ उबालकर गाढ़ा मिशà¥à¤°à¤£ तैयार कर लें। इसे शहद के साथ पिà¤à¤‚।
तà¥à¤²à¤¸à¥€ : मलेरिया के तमाम लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ का इलाज करने में तà¥à¤²à¤¸à¥€ बेहद फायदेमंद है। मलेरिया में जोड़ों और शरीर के दरà¥à¤¦ की समसà¥à¤¯à¤¾ से निपटने के लिठतà¥à¤²à¤¸à¥€ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया जा सकता है। इसके लिठतà¥à¤²à¤¸à¥€ की चाय बनाई जा सकती है। या फिर इसे पानी के साथ उबालकर पीया जा सकता है। तà¥à¤²à¤¸à¥€ और काली मिरà¥à¤š का पेसà¥à¤Ÿ बनाकर सेवन करने से à¤à¥€ मलेरिया के बà¥à¤–ार में राहत मिलती है।
अदरक : मलेरिया के दौरान बà¥à¤–ार, मिचली, शरीर में दरà¥à¤¦ और à¤à¥‚ख न लगने जैसी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से राहत दिलाने में अदरक बेहद फायदेमंद रहता है। पानी के साथ उबालकर अदरक का सेवन करने से मलेरिया से राहत मिलती है।