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आईसीसी रैंकिंग: टेस्ट, वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय

30-08-2018




 

 
स्थान टीम मैच अंक रेटिंग
1 भारत 29 3634 125
2 दक्षिण अफ्रीका 35 3712 106
3 ऑस्ट्रेलिया 33 3499 106
4 न्यूजीलैंड 23 2354 102
5 इंग्लैंड 39 3772 97
6 श्रीलंका 38 3668 97
7 पाकिस्तान 21 1853 88
8 वेस्टइंडीज 29 2235 77
9 बांग्लादेश 19 1268 67
10 ज़िम्बाब्वे 8 12 2
 


आईसीसी टॉप-10 टेस्ट बल्लेबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 विराट कोहली भारत 937
2 स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया 929
3 केन à¤µà¤¿à¤²à¤¿à¤¯à¤®à¤¸à¤¨ न्यूजीलैंड 847
4 डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया 820
5 जो रूट इंग्लैंड 818
6 चेतेश्वर पुजारा भारत 763
7 दिमुथ करुनारत्ने श्रीलंका 754
8 दिनेश चंडीमल श्रीलंका 733
9 डीन एल्गर दक्षिण अफ्रीका 724
10 एडेन मार्कराम दक्षिण अफ्रीका 703
 


आईसीसी टॉप-10 टेस्ट गेंदबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 जेम्स एंडरसन इंग्लैंड 899
2 कगिसो रबाडा दक्षिण अफ्रीका 882
3 रविंद्र जडेजा भारत 840
4 वर्नन फिलैंडर दक्षिण अफ्रीका 826
5 पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया 800
6 ट्रेंट बोल्ट न्यूज़ीलैंड 795
7 रविचंद्रन अश्विन भारत 792
8 रंगना हेराथ श्रीलंका 791
9 नील वैगनर न्यूज़ीलैंड 765
10 जोस हेज़लवुड ऑस्ट्रेलिया 759


आईसीसी टॉप-10 टेस्ट ऑलराउंडर
स्थान नाम देश रेटिंग
1 शाकिब अल हसन बांग्लादेश 420
2 रविन्द्र जडेजा भारत 370
3 वर्नन फिलैंडर दक्षिण अफ्रीका 370
3 रविचंद्रन अश्विन भारत 367
5 जेसन होल्डर वेस्टइंडीज 355
6 बेन स्टोक्स इंग्लैंड 333
7 क्रिस वोक्स इंग्लैंड 264
8 मोईन अली इंग्लैंड 249
9 पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया 249
10 मिचेल स्टार्क ऑस्ट्रेलिया 248
 


आईसीसी वन-डे टीम रैंकिंग (आखिरी अपडेट: 27 अगस्त, 2018)
स्थान टीम मैच अंक रेटिंग
1 इंग्लैंड 51 6470 127
2 भारत 48 5819 121
3 न्यूजीलैंड 41 4602 112
4 दक्षिण अफ्रीका 39 4275 110
5 पाकिस्तान 37 3844 104
6 ऑस्ट्रेलिया 37 3699 100
7 बांग्लादेश 27 2477 92
8 श्रीलंका 48 3818 80
9 वेस्टइंडीज 32 2217 69
10 अफगानिस्तान 29 1846 64
 


आईसीसी टॉप-10 वन-डे बल्लेबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 विराट कोहली भारत 911
2 बाबर आज़म पाकिस्तान 825
3 जो रूट इंग्लैंड 818
4 रोहित शर्मा भारत 806
5 डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया 803
6 रॉस टेलर न्यूजीलैंड 785
7 क्विंटन डी कॉक दक्षिण अफ्रीका 781
8 केन विलियमसन न्यूजीलैंड 778
9 शिखर धवन भारत 770
10 जॉनी बैर्स्टो इंग्लैंड 769
 


आईसीसी टॉप-10 वन-डे गेंदबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 जसप्रीत बुमराह भारत 775
1 राशिद खान अफ़ग़ानिस्तान 763
3 हसन अली पाकिस्तान 742
4 ट्रेंट बोल्ट न्यूजीलैंड 699
5 जोश हेज़लवुड ऑस्ट्रेलिया 696
6 कुलदीप यादव भारत 684
7 आदिल राशिद इंग्लैंड 681
8 कगिसो रबाडा दक्षिण अफ्रीका 676
9 इमरान ताहिर दक्षिण अफ्रीका 666
10 युजवेंद्र चहल भारत 666
आईसीसी टॉप-10 वन-डे ऑलराउंडर
स्थान नाम देश रेटिंग
1 शाकिब अल हसन बांग्लादेश 363
2 मोहम्मद नबी अफ़ग़ानिस्तान 324
3 मोहम्मद हफीज पाकिस्तान 322
4 मिचेल सैंटनर न्यूजीलैंड 317
5 एंजेलो मैथ्यूज श्रीलंका 305
6 मोईन अली इंग्लैंड 301
7 राशिद खान अफ़ग़ानिस्तान 298
8 क्रिस वोक्स इंग्लैंड 285
9 जेसन होल्डर वेस्टइंडीज 283
10 मिचेल मार्श ऑस्ट्रेलिया 260
 


आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम रैंकिंग (आखिरी अपडेट: 22 अगस्त, 2018)
स्थान नाम मैच अंक रेटिंग
1 पाकिस्तान 30 3972 132
2 भारत 37 4601 124
3 ऑस्ट्रेलिया 21 2570 122
4 इंग्लैंड 21 2448 117
5 न्यूजीलैंड 22 2542 116
6 दक्षिण अफ्रीका 19 2093 110
7 वेस्टइंडीज 21 2219 106
8 अफ़ग़ानिस्तान 27 2490 92
9 श्रीलंका 28 2451 88
10 बांग्लादेश 27 2066 77
 


आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय टॉप-10 बल्लेबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 आरोन फिंच ऑस्ट्रेलिया 891
2 फखर ज़मान पाकिस्तान 842
3 केएल राहुल भारत 812
4 कॉलिन मुनरो न्यूजीलैंड 801
5 बाबर आज़म पाकिस्तान 765
6 ग्लेन मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया 761
7 मार्टिन गप्टिल न्यूजीलैंड 747
8 एलेक्स हेल्स इंग्लैंड 710
9 डार्सी शॉर्ट ऑस्ट्रेलिया 690
10 रोहित शर्मा भारत 678
 


आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय टॉप-10 गेंदबाज 
स्थान नाम देश रेटिंग
1 राशिद खान अफ़ग़ानिस्तान 793
2 शादाब खान पाकिस्तान 723
3 इश सोढ़ी न्यूजीलैंड 700
4 युजवेंद्र चहल भारत 685
5 मिचेल सैंटनर न्यूजीलैंड 665
6 एंड्रू टाई ऑस्ट्रेलिया 658
7 सैमुअल बद्री वेस्टइंडीज 655
8 आदिल राशिद इंग्लैंड 639
9 इमरान ताहिर दक्षिण अफ्रीका 637
10 शाकिब अल हसन बांग्लादेश 633
 


आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय टॉप-10 ऑलराउंडर
स्थान नाम देश रेटिंग
1 ग्लेन मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया 366
2 मोहम्मद नबी अफ़ग़ानिस्तान 314
3 शाकिब अल हसन बांग्लादेश 310
4 जेपी डुमिनी दक्षिण अफ्रीका 234
5 मार्लन सैमुअल्स वेस्टइंडीज 222
6 महमुदुल्लाह बांग्लादेश 213
7 थिसारा परेरा श्रीलंका 210
8 पॉल स्टर्लिंग आयरलैंड 208
9 रिची बेरिंगटन स्कॉटलैंड 203
10 समीउल्लाह शेनवारी अफगानिस्तान 189
 

मुंबई. à¤¨à¥‹à¤Ÿà¤¬à¤‚दी के वक्त 500 और 1000 रुपए के जितने पुराने नोट चलन में थे, उनमें से 99.30% जमा हो गए। 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान हुआ था। उस दिन 500 और 1000 रुपए के 15.41 लाख करोड़ रुपए मूल्य के नोट सर्कुलेशन में थे। इनमें से 15.31 लाख करोड़ बैंकों के पास लौट आए। आरबीआई की बुधवार को जारी हुई 2017-18 की रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए। 

रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी के दौरान जितनी करंसी सिस्टम से बाहर हुई, उससे ज्यादा अभी चलन में है। 15.41 लाख करोड़ के मुकाबले मार्च 2018 तक 18.03 लाख करोड़ रुपए के नोट सर्कुलेशन में आ गए। पिछले एक साल में इसमें 37.7% की बढ़ोतरी हुई। आरबीआई के मुताबिक, मार्च 2017 तक जितनी करंसी सिस्टम में थी, उसमें 72.7% नोट 500 और 2000 रुपए के थे। मार्च 2018 तक सर्कुलेशन में मौजूद कुल नोटों में 500 और 2000 रुपए के नोटों की संख्या 80.2% हो गई। नोटबंदी के बाद सरकार ने 500 का पुराना नोट तो बदल दिया लेकिन 1000 का नोट पूरी तरह बाहर कर दिया। इसकी जगह 2000 का नोट लाया गया।

रिजर्व बैंक का कहना है कि पिछले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ। देश में निवेश और निर्माण बढ़ा। सालाना आधार पर महंगाई कम हुई। à¤ªà¤¿à¤›à¤²à¥‡ कुछ वर्षों के मुकाबले क्रेडिट ग्रोथ भी डबल डिजिट में लौट आई। अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में जीएसटी अहम साबित हुआ।

 

2016 में बंद किए गए 500 और 1000 के पुराने नोटों का मूल्य 15.41 लाख करोड़ रुपए
500 और 2000 के नए नोटों समेत दूसरे नोट छापने का खर्च 7,965 à¤•à¤°à¥‹à¤¡à¤¼ रुपए*
अगस्त 2017 तक लौटे पुराने नोटों का मूल्य 15.28 लाख करोड़ रुपए
नोटबंदी के बाद कुल जमा हुए पुराने नोटों का मूल्य 15.31 लाख करोड़ रुपए
मार्च 2018 तक सर्कुलेशन में मौजूद नोटों का मूल्य 18.03 लाख करोड़ रुपए

2016-17 में नोट छापने का खर्च 7,965 करोड़ रुपए आया। ये 2015-16 में à¤–र्च हुए 3,421 करोड़ रुपए के दोगुने से भी ज्यादा है। 

 

सरकार ने कहा- नोटबंदी की प्रकिया पूरी: à¤†à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤• मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि नोटबंदी के बाद जो 500 और 1000 के जो पुराने नोट जमा हुए उनकी गिनती पूरी हो गई है। सभी नोट नष्ट कर दिए गए हैं। सिर्फ 10,000 करोड़ के पुराने नोट वापस नहीं आ पाए। कुछ रकम को लेकर कोर्ट में मामले चल रहे हैं। लेकिन वह काफी कम है। इसलिए नोटबंदी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 

कांग्रेस बोली- देश ने 2.25 लाख करोड़ की कीमत à¤šà¥à¤•à¤¾à¤ˆ: à¤†à¤°à¤¬à¥€à¤†à¤ˆ के आंकड़े आने के बाद पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता à¤ªà¥€ चिदंबरम à¤¨à¥‡ सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सिर्फ 13,000 करोड़ रुपए के नोट बंद करने के लिए देश को 2.25 लाख करोड़ की कीमत चुकानी पड़ी। नोटबंदी की वजह से करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया और सैंकड़ों लोगों की जान चली गई। चिदंबरम के मुताबिक जो 13,000 करोड़ रुपए वापस नहीं आ पाए, जरूरी नहीं कि वो भी कालाधन हो।

 

आर्थिक सुधार की नीतियों से फायदा: à¤†à¤°à¤¬à¥€à¤†à¤ˆ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत पसंदीदा देश है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी आ रही है। सर्विस और एग्रीकल्चर की ग्रोथ से फायदा हुआ है। लगातार तीसरे साल मानसून सामान्य रहने से कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी के आसार हैं।  à¤¸à¤¿à¤‚गल ब्रांड रिटेल, सिविल एविएशन और रियल एस्टेट में रिफॉर्म और कानून प्रक्रिया आसान होने से देश में कारोबार आसान हुआ है। इन वजहों से वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की ग्लोबल रैंकिंग में भारत टॉप-100 में शामिल हो सका। à¤°à¤¿à¤œà¤°à¥à¤µ बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में बैंकों का एनपीए में बढ़ने के आसार हैं। एनपीए की प्रोविजनिंग बढ़ने से बैंकों को नुकसान हुआ है।

 

50 रुपए के नकली नोट 154% बढ़े: à¤†à¤°à¤¬à¥€à¤†à¤ˆ की रिपोर्ट के मुताबिक 50 रुपए के नकली नोटों में 154% इजाफा हुआ है। 2017-18 में पकड़े गए 100 रुपए के नकली नोट 35% बढ़े हैं। 500 रुपए के 9,892 नकली नोट पकड़ में आए। 2,000 के नकली नोटों की संख्या 17,929 रही। 

 

60 देशों की जीडीपी के बराबर रकम चलन से बाहर हुई थी : 8 नवंबर 2016 को रात 12 बजे से 1000 और 500 के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे। महज चार घंटे में 86% करंसी यानी 15.41 लाख करोड़ रुपए के नोट चलन से बाहर हो गए थे। ये रकम उस वक्त 60 छोटे देशों के ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) के बराबर थी। नोटबंदी का ऐसा फैसला 1978 के बाद हुआ था। तब जनता पार्टी की सरकार ने 1000, 5000 और 10000 हजार के नोटों को बंद कर दिया था।

 

 

ओल्ड एज केयर: दूध में भीगे हुए मखाने और सिंघाड़े के हलवे से बुजुर्गों की हडि्डयां बनेंगी मजबूत

बुजुर्गों को मूंग, अरहर, तुअर जैसी दालों में घी, जीरा और लहसुन का छौंक लगाकर खिलाएं।


 
बारिश के मौसम में बुजुर्गों को हडि्डयों में दर्द, पाचन समस्या, कब्ज, सांस फूलना आदि आमतौर पर देखा जाता है। इस दौरान पाचन सही रखने के लिए फलियों की सब्जी, दही, मटर की दाल, चौला आदि नहीं खाना चाहिए। पानी में इंफेक्शन फैलने की वजह से इस मौसम में डाइजेशन सिस्टम की समस्या आम हो जाती है। इसके अलावा एक बड़ा कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना भी है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के प्रोफेसर डॉ. मोहन लाल जायसवाल के मुताबिक इस मौसम में दूध में भीगे हुए मखाने और सिंघाड़े के हलवे से हडि्डयां बनेंगी मजबूत होने के साथ पेट की समस्या में भी कमी आती है। 

8 प्वाइंट्स: मानसून में डाइट में क्या बदलाव करें
- बारिश में मौसम में पानी को उबालकर ठंडा करके ही पीएं। बुजुर्गों को मूंग, अरहर, तुअर जैसी दालों में घी, जीरा और लहसुन का छौंक लगाकर खिलाएं। 
- गुनगुने एक लीटर पानी में एक लौंग, दो इलायची, सौंफ आदि डालकर दिनभर इस पानी को पिएं। इससे डाइजेशन सिस्टम अच्छा रहेगा और कब्ज की शिकायत दूर होगी।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स, ठंडा पानी, आइसक्रीम और ठंडी लस्सी नहीं पिए इससे गला खराब या गले में टॉन्सिल हो सकते हैं, इससे लेने से बचें। 
- मखाने को घी में सेंककर चुटकी हल्दी, सेंधा नमक और जीरा पाउडर छिड़क कर खाना चाहिए या मखाने दूध में भिगोकर खाएं। 
- एक चम्मच घी में सिंघाड़ा पाउडर का हलवा बनाकर खाएं। एक गिलास दूध में आधा चम्मच शुद्ध देशी घी, एक चौथाई हल्दी, मिलाकर पिएं। 
- इस मौसम में खासतौर पर हरे पत्तेदार सब्जियां या फलियां नहीं खानी चाहिए। छोटी काली अरहड़ का पाउडर बना कर कैस्टर ऑयल, एक चम्मच सेंधा नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। 
- कैस्टर के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें एक छोटी चम्मच गाय के दूध के साथ लें। पेट साफ रखने के लिए सौंफ, धनिया, जीरा, अजवाइन समान मात्रा में मिलाकर पीसकर रख लें। एक चम्मच सुबह-शाम खाने के बाद खाएं। 
- 50 वर्ष पार हैं तो सेहतमंद रहने के लिए नियमित व्यायाम करें और सुबह पार्क में लंबी सांस के साथ वॉक करें।