आजकल की वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ जीवनशैली में कंधे का दरà¥à¤¦ à¤à¤• आम समसà¥à¤¯à¤¾ बनता जा रहा है। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं से लेकर बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— तक इस समसà¥à¤¯à¤¾ से पीडि़त नजर आते हैं। इस संबंध में अमेरिकी जनगणना बà¥à¤¯à¥‚रो के इंटरनेशनल डाटा बेस के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कंधे के दरà¥à¤¦ की घटनाà¤à¤‚ लगà¤à¤— 65 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ लोगों में देखी जाती हैं।
आरà¥à¤¥à¥‹à¤¸à¥à¤•à¥‹à¤ªà¥€ à¤à¤µà¤‚ शोलà¥à¤¡à¤° à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ डॉ. अरà¥à¤£ सिंह बताते हैं कि कंधे के दरà¥à¤¦ के बहà¥à¤¤ से कारण हो सकते हैं। गलत मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में बैठने से लेकर हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की कमजोरी तक, किसी à¤à¥€ वजह से आपको कंधे का दरà¥à¤¦ हो सकता है। इसके अलावा मांसपेशियों का कंधे की हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच में फंसना à¤à¥€ कंधे की à¤à¤• अनà¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾ है। ये दरà¥à¤¦ हलà¥à¤•à¥‡ से लेकर असहनीय तक हो सकता है।
कंधे के दरà¥à¤¦ का सही इलाज तà¤à¥€ संà¤à¤µ है जब हम इसके सही कारणों को समठसकें। समसà¥à¤¯à¤¾ बढ़ जाठतो सरà¥à¤œà¤°à¥€ ही रासà¥à¤¤à¤¾ बचता है। आजकल कंधे कि बीमारियों में आरà¥à¤¥à¥‹à¤¸à¥à¤•à¥‹à¤ªà¥€ दूरबीन से सरà¥à¤œà¤°à¥€ बहà¥à¤¤ आसान हो गई है। इसमें छोटे से छेद से सरà¥à¤œà¤°à¥€ हो जाती है और रिकवरी à¤à¥€ जलà¥à¤¦à¥€ होती है।
परिआरà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¾à¤‡à¤Ÿà¤¿à¤¸ शोलà¥à¤¡à¤°
कंधा à¤à¤• बॉल और सॉकेट जॉइंट होता है, जिसमें संबंधित सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ के साथ उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ गतिशीलता à¤à¥€ होती है। कंधे के जोड़ पर à¤à¤• कवर की तरह होता है, जिसे कैपà¥à¤¸à¥‚ल कहते हैं। इस कैपà¥à¤¸à¥‚ल में कंधे की बॉल के हिलने व गति करने के लिठकाफी जगह होती है। जिसकी वजह से वो बॉल सॉकेट के आसपास कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤² रहती है। कंधे के परिआरà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¾à¤‡à¤Ÿà¤¿à¤¸ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में ये कवर सिकà¥à¤¡à¤©à¥‡ लगता है। इसकी वजह से बॉल हिलने में दिकà¥à¤•à¤¤ महसूस करती है और पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को कंधा हिलाने-डà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ में दरà¥à¤¦ होता है। ये समसà¥à¤¯à¤¾ डायबिटीज के मरीजों में अधिक होती है। उनका शà¥à¤—र का सà¥à¤¤à¤° बढ़ते कंधे के कवरिंग कैपà¥à¤¸à¥‚ल में जकडऩ शà¥à¤°à¥‚ हो जाती है।
परिआरà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¾à¤‡à¤Ÿà¤¿à¤¸ शोलà¥à¤¡à¤° का उपचार
इसका शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ उपचार नियमित रूप से à¤à¤•à¥à¤¸à¤°à¤¸à¤¾à¤‡à¤œ होता है। कà¥à¤› मामलों में सरà¥à¤œà¤°à¥€ की जरूरत पड़ती है। हाल के कà¥à¤› सालों में चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ इतनी उनà¥à¤¨à¤¤ हà¥à¤ˆ है कि à¤à¤• छोटा सा छेद करके कंधे की आरà¥à¤¥à¥‹à¤¸à¥à¤•à¥‹à¤ªà¥€ सरà¥à¤œà¤°à¥€ मà¥à¤®à¤•à¤¿à¤¨ है।
रोटेटर कफ टियर
डॉ.अरà¥à¤£ सिंह बताते हैं किठवैसे तो कंधा खेल गतिविधियों और शारीरिक शà¥à¤°à¤® के दौरान आसानी से घायल हो जाता है, लेकिन जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° कंधे की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ रोटेटर कफ में पाठजाने वाले आसपास के कोमल ऊतक का उमà¥à¤° के कारण पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप से बिगडऩा है। रोटेटर कफ में तकलीफ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ 60 वरà¥à¤· से अधिक उमà¥à¤° वालों में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ देखी जाती है।
उपचार
रोटेटर कफ का उपचार रोग की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर निरà¥à¤à¤° करता है। यदि इस रोग की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ है तो कंधे को आराम देने, हीट और कोलà¥à¤¡ थेरेपी, फिजियोथेरेपी, सà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‰à¤¯à¤¡ के इंजेकà¥à¤¶à¤¨ आदि से इलाज किया जाता है। यदि रोग बढ़ जाता है तो रोटेटर कफ को ठीक करने के लिठऑरà¥à¤¥à¥‹à¤¸à¥à¤•à¥‹à¤ªà¤¿à¤• आदि की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पड़ती है।
कंधे का बार-बार असà¥à¤¥à¤¿à¤° होना..
ये समसà¥à¤¯à¤¾ यà¥à¤µà¤¾ मरीजों के साथ अधिक होती है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¸à¤¾ महसूस होता है कि उनका कंधा बाहर की तरफ निकल कर आ रहा है। ये समसà¥à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ अधिक कषà¥à¤Ÿà¤¦à¤¾à¤¯à¥€ होती है। इस समसà¥à¤¯à¤¾ को रीकरेंट इनसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¬à¥à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ ऑफ शोलà¥à¤¡à¤° कहा जाता है। किसी à¤à¤¸à¥€ चोट से जिसमें मरीज की कंधे वाली बॉल सॉकेट से बाहर आ जाती है, लेबरम कà¥à¤·à¤¤à¤¿à¤—à¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हो जाता है। इस ऊतक का यदि उपचार न किया जाठतो कंधे में बार-बार कà¥à¤› अटकने जैसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ महसूस होती रहती है।