कई बार शरीर में गठान हो जाती है जो दरà¥à¤¦ नहीं करती पर इसके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। यह गंà¤à¥€à¤° रोग का कारण à¤à¥€ बन सकती है। लाइपोमा à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चरà¥à¤¬à¥€ की मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® गठान होती है जो तà¥à¤µà¤šà¤¾ के नीचे पायी जाती है। ये ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° छोटी और पीड़ाहीन होती है और इससे आमतौर पर कोई नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ नहीं होता। ये हर 100 में से à¤à¤• इंसान में पायी जाती है।
कारण:
इसका कोई पकà¥à¤•à¤¾ कारण नहीं होता है।
अगर परिवार में किसी को यह समसà¥à¤¯à¤¾ है तो और लोगों को à¤à¥€ हो सकती है।
कà¤à¥€ कà¤à¥€ चोट लगने के बाद à¤à¥€ लाइपोमा हो जाता है।
लकà¥à¤·à¤£:
तà¥à¤µà¤šà¤¾ पर उठी हà¥à¤ˆ गठान नजर आती है। ये à¤à¤• या उससे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€ हो सकती है।
हाथ लगाने पर मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® होती है और तà¥à¤µà¤šà¤¾ के अंदर इधर उधर घूमती है। ये ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° गरà¥à¤¦à¤¨, कंधों, हाथों और कमर पर होती है पर ये शरीर के किसी à¤à¥€ हिसà¥à¤¸à¥‡ पर हो सकती है। इसके अलावा और कोई लकà¥à¤·à¤£ नहीं होता।
कैसे करें इलाज : डॉकà¥à¤Ÿà¤° गठान की जांच करके बता देते हैं की यह लाइपोमा है यह कà¥à¤› और।कà¤à¥€ कà¤à¥€ कैंसर की आशंका दूर करने के लिठबायोपà¥à¤¸à¥€ à¤à¥€ कराई जाती है।
उपचार: वैसे तो लाइपोमा को किसी उपचार की ज़रूरत नहीं होती है पर कà¤à¥€ कà¤à¥€ गठान à¤à¤¸à¥‡ हिसà¥à¤¸à¥‡ में हो जाती है की उसका इलाज करना पड़ता है।
सरà¥à¤œà¤°à¥€: ऑपरेशन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गठान को निकाला जाता है। ये सबसे आम उपचार है।
लिपोसकà¥à¤·à¤£: इसमें सà¥à¤ˆ के जरिये चरà¥à¤¬à¥€ निकाल दी जाती है।
सà¥à¤•à¥‚इज़ तकनीक: गठान पर छोटा सा चीरा लगाके, इसे दबाया जाता है।
रोकथाम: लाइपोमा का कोई सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ कारण पता नहीं है इसलिठइससे बचाव का कोई तरीका नहीं है।
आशंकाà¤à¤‚: कà¤à¥€ कà¤à¥€ ये कैंसर में बदल सकता है। अगर गठान किसी तंतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ के पास हो जाये तो दरà¥à¤¦ हो सकता है।
निषà¥à¤•à¤°à¥à¤·: अगर आपको लाइपोमा है और उसमें दरà¥à¤¦ à¤à¥€ होता है तो डॉकà¥à¤Ÿà¤° को अवशà¥à¤¯ दिखाà¤à¤à¥¤