कà¥à¤› विशेष सावधानियों के जरिठसरà¥à¤¦à¥€ के मौसम में होने वाली समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से आसानी से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं कà¥à¤› उपायों के बारे में
सरà¥à¤¦à¥€ के मौसम की दसà¥à¤¤à¤• हो चà¥à¤•à¥€ है, सरà¥à¤¦à¥€ अपने साथ तरह-तरह की बीमारियों को à¤à¥€ ला रही है।सरà¥à¤¦à¥€ का सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ असर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों पर पड़ता है। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में जहां खांसी, जà¥à¤•à¤¾à¤®, निमोनिया व बà¥à¤–ार होने का खतरा रहता है, वहीं बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों को असà¥à¤¥à¤®à¤¾ व सांस लेने में दिकà¥à¤•à¤¤ होने लगती है। कà¥à¤› विशेष सावधानियों के जरिठसरà¥à¤¦à¥€ के मौसम में होने वाली समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से आसानी से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं कà¥à¤› उपायों के बारे में।
संकà¥à¤°à¤®à¤£ का खतरा -
बदलते मौसम में बीमारियां फैलाने वाले इंफà¥à¤²à¥à¤à¤‚जा वायरस व बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µ हो जाते हैं, जिनसे संकà¥à¤°à¤®à¤£ का खतरा बढ़ता है। ये गंदगी के कारण या बीमार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के संपरà¥à¤• में आने पर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ से दूसरे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ में फैलते हैं।
सावधानी à¤à¥€ जरूरी -
खाने-पीने से पहले अचà¥à¤›à¥€ तरह हाथ धोà¤à¤‚, साफ-सफाई का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें। छींकते और खांसते वकà¥à¤¤ रà¥à¤®à¤¾à¤² का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की साफ-सफाई का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें।
तेज बà¥à¤–ार में डॉकà¥à¤Ÿà¤° को दिखाà¤à¤‚ -
अगर साधारण सरà¥à¤¦à¥€ लगी हो तो वह खà¥à¤¦-ब-खà¥à¤¦ 4-5 दिनों में ठीक हो जाती है। लेकिन सिरदरà¥à¤¦, बदनदरà¥à¤¦ व बà¥à¤–ार होने पर à¤à¤‚टिबायोटिक दवाइयां जैसे पेरासिटामोल या कोई पेनकिलर ली जा सकती है। असà¥à¤¥à¤®à¤¾ व सांस के रोगी इस दौरान इनà¥à¤¹à¥‡à¤²à¤° या पंप का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें। फिर à¤à¥€ तबीयत में सà¥à¤§à¤¾à¤° न हो और बà¥à¤–ार लगातार बना रहे तो डॉकà¥à¤Ÿà¤° से तà¥à¤°à¤‚त संपरà¥à¤• करें।
गले की खिच-खिच व बंद नाक -
गरà¥à¤® पानी में नमक डालकर गरारे करने से गले का दरà¥à¤¦ ठीक होता है। नाक बंद होने पर गरà¥à¤® पानी में विकà¥à¤¸ डालकर à¤à¤¾à¤ª लें। गरà¥à¤® दूध में हलà¥à¤¦à¥€ मिलाकर पीà¤à¤‚। धूप से आने के बाद ठंडा पानी ना पीà¤à¤‚। खांसी, जà¥à¤•à¤¾à¤® या बà¥à¤–ार में हलà¥à¤•à¤¾ गरà¥à¤® पानी पीà¤à¤‚। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को चिलà¥à¤¡ वाटर और आइसकà¥à¤°à¥€à¤® न खाने दें।
पहनावे पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ -
à¤à¤•à¤¦à¤® सà¥à¤µà¥‡à¤Ÿà¤° न उतारें। कॉटन, आईलेट और टà¥à¤°à¥‰à¤ªà¤¿à¤•à¤² वूल फैबà¥à¤°à¤¿à¤• से बने कपड़े पहनें। दोपहर में अगर धूप सेकनी हो तो हलà¥à¤•à¥‡ ऊनी कपड़े जैसे कà¥à¤°à¥‹à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ से बने सà¥à¤µà¥‡à¤Ÿà¤° पहनें। दोपहर के बजाय सà¥à¤¬à¤¹ 8 से 11 बजे की धूप जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस समय सूरà¥à¤¯ की रोशनी में मौजूद अलà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤µà¥‰à¤¯à¤²à¥‡à¤Ÿ किरणें शरीर को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ नहीं पहà¥à¤‚चाती और शरीर को विटामिन डी मिलने से हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ मजबूत होती हैं।