जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· / सूरà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं शनि, मकर और कà¥à¤‚ठराशि के हैं सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हर शनिवार करनी चाहिठइनकी विशेष पूजा
23-09-2019
जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· में कà¥à¤² नौ गà¥à¤°à¤¹ बताठगठहैं। इन नौ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ में शनिदेव को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ माना गया है। शनि सूरà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं और मकर-कà¥à¤‚ठराशि के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हैं। हर शनिवार शनि के लिठतेल का दान करने की परंपरा है। उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ के जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पं. मनीष शरà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जानिठशनिदेव से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ कà¥à¤› खास बातें, जिनका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना चाहिà¤...
शनिदेव को करà¥à¤® पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ देवता माना जाता है यानी ये गà¥à¤°à¤¹ हमें हमारे करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है।
शनिदेव सूरà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ के पà¥à¤¤à¥à¤° हैं और इनकी माता का नाम छाया है। यमराज इनके à¤à¤¾à¤ˆ और यमà¥à¤¨à¤¾ इनकी बहन है।
शनिदेव उन लोगों के लिठशà¥à¤ रहते हैं जो परिशà¥à¤°à¤® करते हैं, अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ में रहते हैं, धरà¥à¤® का पालन करते हैं और सà¤à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करते हैं।
शनिदेव को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने के लिठहर शनिवार सरसों का तेल दान करना चाहिà¤à¥¤
इस समय शनि धनॠराशि में है। इस कारण वृशà¥à¤šà¤¿à¤•, धनॠऔर मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती है। वृष और कनà¥à¤¯à¤¾ राशि पर ढयà¥à¤¯à¤¾ है।
हर शनिवार शनि के साथ ही पीपल की à¤à¥€ विशेष पूजा करनी चाहिà¤à¥¤ पीपल को जल चढ़ाà¤à¤‚ और परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करें।
शनिदेव को तेल चढ़ाते समय धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें कि कि तेल इधर-उधर गिरना नहीं चाहिà¤à¥¤
शनिवार को काले तिल का दान करें। चमड़े के जूते-चपà¥à¤ªà¤² दान करना à¤à¥€ शà¥à¤ माना गया है।
हर शनिवार को शमी के पेड़ की à¤à¥€ पूजा करें। इसके अलावा शनि के सामने तेल का दीपक जलाà¤à¤‚।
हर शनिवार हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाकर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरना चाहिà¤à¥¤