हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने के लिठअनेक मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚, सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और आरती आदि की रचना की गई है। उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से à¤à¤• है बजरंग बाण। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि इसकी रचना तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸à¤œà¥€ ने की है। उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ के जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पं. मनीष शरà¥à¤®à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, बजरंग बाण का पाठरोज विधि-विधान से करना चाहिà¤à¥¤ अगर ये संà¤à¤µ न हो तो सिरà¥à¤« मंगलवार को à¤à¥€ बजरंग बाण का पाठकिया जा सकता है। बजरंग बाण का पाठकैसे करें, जानिà¤...
इस विधि से करें बजरंग बाण का पाठ...
- मंगलवार की सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनकर à¤à¤• लाल कपड़े पर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ की मूरà¥à¤¤à¤¿ या चितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें।
- हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को अबीर, गà¥à¤²à¤¾à¤² आदि चढ़ाà¤à¤‚ और लाल फूल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। गाय के शà¥à¤¦à¥à¤§ घी का दीपक जलाà¤à¤‚ तो पाठके अंत तक जलता रहे।
- घर में बने शà¥à¤¦à¥à¤§ घी के चूरमे का à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤‚। अगर संà¤à¤µ न हो तो गà¥à¤¡à¤¼-चने का à¤à¥‹à¤— à¤à¥€ लगा सकते हैं।
- इसके बाद बजरंग बाण का पाठकरना शà¥à¤°à¥‚ करें। पाठसमापà¥à¤¤ होने पर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का निवारण करने के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें।
- जिस घर में बजरंग बाण का पाठहोता है, वहां नेगेटिव à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ नहीं टिक पाती और पॉजिटिव à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ बनी रहती है।
इस विधि से करें बजरंग बाण का पाठ...
- मंगलवार की सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनकर à¤à¤• लाल कपड़े पर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ की मूरà¥à¤¤à¤¿ या चितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें।
- हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ को अबीर, गà¥à¤²à¤¾à¤² आदि चढ़ाà¤à¤‚ और लाल फूल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें। गाय के शà¥à¤¦à¥à¤§ घी का दीपक जलाà¤à¤‚ तो पाठके अंत तक जलता रहे।
- घर में बने शà¥à¤¦à¥à¤§ घी के चूरमे का à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤‚। अगर संà¤à¤µ न हो तो गà¥à¤¡à¤¼-चने का à¤à¥‹à¤— à¤à¥€ लगा सकते हैं।
- इसके बाद बजरंग बाण का पाठकरना शà¥à¤°à¥‚ करें। पाठसमापà¥à¤¤ होने पर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ के कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का निवारण करने के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें।
- जिस घर में बजरंग बाण का पाठहोता है, वहां नेगेटिव à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ नहीं टिक पाती और पॉजिटिव à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ बनी रहती है।