गरà¥à¤®à¥€ के तेजी से चढ़ते पारे में जरा सी लापरवाही मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² में डाल सकती है।
गरà¥à¤®à¥€ के तेजी से चढ़ते पारे में जरा सी लापरवाही मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² में डाल सकती है। शरीर में पानी और नमक की कमी से डिहाइडेà¥à¤°à¤¶à¤¨ की तकलीफ होने के साथ कई तरह की दूसरी समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ हो सकती हैं। à¤à¤¸à¥‡ में सà¤à¥€ को खानपान को लेकर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देना चाहिठजिससे फूड पवाइजनिंग की तकलीफ से बचा जा सके। दूषित या बासी खाना खाने से पेट में संकà¥à¤°à¤®à¤£ होता है जिस वजह से पेट में दरà¥à¤¦ के साथ उलà¥à¤Ÿà¥€ दसà¥à¤¤ की शिकायत होती है। संकà¥à¤°à¤®à¤£ से बà¥à¤–ार की à¤à¥€ शिकायत हो सकती है। पानी और नमक की कमी से इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ का असंतà¥à¤²à¤¨ होता है जिससे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को चकà¥à¤•à¤° आने के साथ बेहोशी की तकलीफ हो सकती है। पेश है पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ टी.वी के हैलो डॉकà¥à¤Ÿà¤° कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में गरà¥à¤®à¥€ से बचाव को लेकर बातचीत के अंश।
गरà¥à¤®à¥€ में बà¥à¤–ार तो संà¤à¤² जाà¤à¤‚
शरीर में पानी की कमी, संकà¥à¤°à¤®à¤£ और रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ कम होने से बà¥à¤–ार होने का खतरा à¤à¥€ रहता है। इसमें बहà¥à¤¤ तेज बà¥à¤–ार और बाहर का तापमान अधिक होने की वजह से शरीर का तापमान संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ नहीं हो पाता है। लू लगने की वजह से शरीर का कूलिंग तंतà¥à¤° पूरी तरह फेल हो जाता है। वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के शरीर का तापमान सामानà¥à¤¯à¤¤: 37 डिगà¥à¤°à¥€ होना चाहिà¤à¥¤ जैसे ही शरीर का तापमान 40 डिगà¥à¤°à¥€ हो जाठसतरà¥à¤• होने की जरूरत हैं। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसके बाद तापमान तेजी से बढ़ता है जिसका सीधा असर दिमाग पर होता है और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बेहोशी के साथ अचानक शॉक में चला जाता है। कà¥à¤› मामलों में रोगी बहकी-बहकी बात करने लग जाता है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में रोगी को जलà¥à¤¦ से जलà¥à¤¦ डॉकà¥à¤Ÿà¤° को दिखाना चाहिà¤à¥¤ रोगी के कमरे का पंखा, à¤à¤¸à¥€, कूलर बंद न करें। ठंडा होना बहà¥à¤¤ जरूरी है। सिर पर ठंडे पानी की पटà¥à¤Ÿà¥€ करनी चाहिठजिससे दिमाग की गरà¥à¤®à¥€ कम हो सके।
पानी को ठंडा करें फिर पीà¤à¤‚
गरà¥à¤®à¥€ में पानी को उबालने के बाद उसे ठंडा करना चाहिठउसके बाद पीना चाहिà¤à¥¤ इसमें पानी का à¤à¤• चौथाइ à¤à¤¾à¤— à¤à¤¾à¤ª बनकर उड़ जाना चाहिठऔर तीन चौथाई à¤à¤¾à¤— ही बचना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ पानी पीने से पितà¥à¤¤ और कफ दोष की समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं होगी। उबालते समय पानी में अजवाइन डालेंगे तो उलà¥à¤Ÿà¥€ की समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं होगी। इसके अलावा अनार खाने से फायदा मिलता है। अनार के छिलके को सूखाकर पाउडर बना लें। इसे पानी में डालकर उबाल लें। फिर इसे सूती कपड़े से छानकर पीà¤à¤‚ उलà¥à¤Ÿà¥€ दसà¥à¤¤ की समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं होगी।
शरीर का पानी सोखता सूरज
गरà¥à¤®à¥€ में सूरज जब उतà¥à¤¤à¤° की तरफ होता है तो उसकी किरणें सीधे शरीर पर पड़ती हैं। ये किरणें शरीर के à¤à¥€à¤¤à¤° के फà¥à¤²à¥‚ड को सोखने का काम करती हैं। इससे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ डिहाइडेà¥à¤°à¤¶à¤¨ की चपेट में आता है। काफी पानी पसीने से कà¥à¤› गरà¥à¤®à¥€ में सांस लेने के दौरान मà¥à¤‚ह से निकल जाता है। à¤à¤¸à¤¾ होने पर शरीर में वातà¥à¤¤-पितà¥à¤¤ दोष बढ़ जाता है जिससे पाचन की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ खराब होती है जिससे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का खाना पीना कम होता है। खाना-पीना कम होते ही शरीर की रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ कम होती है जिसके बाद डिहाइडà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ की शिकायत होती है। चिलचिलाती धूप में सबसे अधिक खतरा हीट रैश का होता है। इसमें पसीने की गà¥à¤°à¤‚थियां बंद हो जाती हैं और तà¥à¤µà¤šà¤¾ पर लाल चकतà¥à¤¤à¥‡ पड़ जाते हैं। खà¥à¤œà¤²à¥€ होने लग जाती है। धूप में निकलने से बचेंगे तो बचाव होगा। सà¥à¤µà¤¿à¤®à¤¿à¤‚ग करने वाले लोगों को कान और नाक संबंधी संकà¥à¤°à¤®à¤£ à¤à¥€ होते हैं।
तीन चरणों में होता गरà¥à¤®à¥€ का असर
पानी की कमी से पहली सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ (माइलà¥à¤¡) में पानी और नमक की कमी से मà¥à¤‚ह सूखना, चकà¥à¤•à¤° आना, सिर में दरà¥à¤¦ जैसी तकलीफ होती है। दूसरी सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ (मॉडरेट) में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को शरीर गरà¥à¤® जैसा लगता, चकà¥à¤•à¤° आने के साथ वो à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¥€ रहता है। तीसरा चरण गंà¤à¥€à¤° होता है जिसे मेडिकली (मॉडरेट) कहा जाता है। सिवियर सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ में बà¥à¤²à¤¡ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° कम होने के साथ चकà¥à¤•à¤° आता है, यूरिन नहीं आà¤à¤—ा और घबराहट के साथ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को चिड़चिड़ापन और कमजोरी होती है।
आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में बचाव के उपाय
गरà¥à¤®à¥€ में टैनिंग (सन बरà¥à¤¨) से बचाव के लिठà¤à¤²à¥‹à¤µà¥‡à¤°à¤¾ जेल में नींबू मिलाकर तà¥à¤µà¤šà¤¾ पर लगाने से राहत मिलेगी। इसमें हलà¥à¤¦à¥€ मिलाकर à¤à¥€ लगा सकते हैं, इससे संकà¥à¤°à¤®à¤£ का खतरा नहीं रहेगा। शहद और हलà¥à¤¦à¥€ के पेसà¥à¤Ÿ से फेसपैक बना सकते हैं। इसके इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² से तà¥à¤µà¤šà¤¾ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहती है। धूप में बाहर निकल रहे हैं तो खाली पेट न निकलें। पानी साथ में रखें और घूंट-घूंट कर पीते रहें। बाइक डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ कर रहे हैं तो रूक-रूक कर
à¤à¤²à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ में सलाह
गरà¥à¤®à¥€ में तरल पदारà¥à¤¥ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— जितना अधिक किया जाठउतना बेहतर होगा। नमक और नींबू पानी का घोल फायदेमंद रहता है। घर का बना ताजा खाना खाà¤à¤‚। मौसमी फल जैसे तरबूज, खरबूज, ककड़ी, पपीता, खीरा, आम का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— अधिक करना चाहिà¤à¥¤ इससे शरीर में तरलता बनी रहती है और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ कड़ी धूप के दà¥à¤·à¥à¤ªà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से बचा रहता है।