Breaking news

[email protected] | +91-9406858420

logo
header-add

भूमि-भवन की नई गाइडलाइन की तैयारी

28-01-2023




शहर की टॉप लोकेशनों पर 20 फीसदी वृद्धि की संभावना

नीमच। शहर में जमीनों की सरकारी दरें यानि गाईड लाइन निर्धारित करने की तैयारी शुरू हो गई है। मार्च के पहले सप्ताह में गाइड लाइन की दरें तय करने के बारे में विभिन्न विभागों से फॉलोअप और फीड बैक लिया जाएगा। इस आधार पर फार्मूला तैयार कर गाइड लाइन की दरें नियत की जाएंगी। अप्रैल से बढ़ी हुई दरें लागू होने की संभावना है।  एक अप्रैल 2023 से नया वित्तीय वर्ष शुरू होने वाला है। अब तक जो खबरें सामने आई है, उसके अनुसार शहर की टॉप लोकेशनों पर 20 फीसदी गाइडलाइन बढ़ने के आसार है।

बता दें कि वित्तीय साल 2023-24 एक अप्रैल 2023 से शुरू हो जाएगा, जिसे देखते हुए पंजीयन विभाग ने नई गाइडलाइन की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए उप मूल्यांकन समितियों से जिला पंजीयक ने प्रस्ताव मांगे हैं। शहर में गाइडलाइन कितनी बढे़गी। इसको लेकर पंजीयक विभाग द्वारा वैसे तो कोई खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शहर में 20 फीसदी गाइड लाइन बढ़ने की संभावना है। इसमें खास तौर पर वे लोकेशन शामिल रहेगी,जिसमें संपत्तियों की खरीदी फरोख्त अधिक हुई है या फिर तय गाइडलाइन से भी अधिक में सौदे हुए हैं।

वैसे भी नीमच में जमीनों के सरकारी दाम अधिक

प्रदेश के अन्य शहरों की तुलना में नीमच में गाइड लाइन अधिक है इसका कारण यह है कि पूर्व के वर्षों में नीमच में बेतहाशा गाइडलाइन वृद्धि की गई थी, जिसके बाद कभी 10 तो कभी 20 फीसदी गाइड लाइन बढ़ी हैं।

हालांकि 2019 में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने 20 फीसदी गाइड लाइन कम कर दी थी, जिसके बाद वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना के कारण गाइडलाइन में वृद्धि नहीं हुई, लेकिन 2022 में सरकार के निर्देश पर नई गाइडलाइन तक की गई थी और शहर में 7 से लेकर 20 फीसदी तक गाइडलाइन बढ़ी थी। इस बार फिर गाइड लाइन बढ़ाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में नीमच में जमीनों के दामों में इजाफा होगा।

गरीबों और मध्यवर्गीय परिवारों के टूटेंगे सपने

कुछ सालों पहले नीमच में 600 वर्गफुट का भूखंड 4 से 5 लाख रुपए मिल जाता था,लेकिन लगातार बढ़ती गाइडलाइन और प्रापर्टी के दामों के कारण वर्तमान में 600 वर्गफुट के भूखंड की कीमत 8 से 10 लाख तक पहुंच चुकी है। ऐसे में विडम्बना यह है कि जो परिवार वर्षों से भूखंड खरीदने का सपना देख रहे हैं और बढती गाइडलाइन के साथ पाई-पाई को जोड़ रहे हैं, उन गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के सपने टूट जाएंगे, जो नीमच में भूखंड या भवन खरीदने के सपनें संजोए बैठे हैं।