नीमच। विद्यालय के छात्र- छात्राओं में सहनशक्ति, एकाग्रता, स्वास्थ्य में सुधार, शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करने के लिए स्कूलों में दैनिक ध्यान की आवश्यकता होती है। ऐसे में सकारात्मक दृष्टिकोण, अच्छी आदतें विकसित करने और अच्छे नागरिक बनने नूतन विद्यालय में पहले से ही ध्यान दिया जा रहा है। अब नूतन विद्यालय के सभी छात्र- छात्रों को प्रतिदिन 30 मिनट योग का प्रशिक्षण दे विद्यालय में योग कराया जा रहा है।
नूतन स्कूल प्राचार्य अशोक श्रीवास्तव, जिला योग प्रभारी शबनम खान ने बताया की स्कूली पाठ्यक्रम में भी योग को शामिल किया गया है। ताकि स्कूली जीवन से ही योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाएंगे तो सही मायने में हम स्वामी दयानन्द सरस्वती के सत्यार्थ प्रकाश में दिए गए वाक्य ' स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है' को सही मायने में चरितार्थ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग विधि बहुत से रोगों में औषधि का काम करती है इसलिए हमें नित्य प्रति योग करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने योग को वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव पारित करवाकर अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्रदान करवाई और इस वर्ष उन्होंने योग को विश्व के लिए "वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग" को शीर्ष वाक्य देकर जी-20 समूह के देशों को भी मानव जीवन में योग के महत्व का संदेश दिया है।
योग को बढ़ावा देने के लिए सभी करें प्रयत्न
जिला योग प्रभारी शबनम खान ने सभी से आह्वान किया कि योग को बढ़ावा देने के लिए सभी मिलजुलकर प्रयत्न करें। हम सभी योग साधकों का ये दायित्व बनता है कि हम हर व्यक्ति तक पहुंचकर सभी को योग के प्रति प्रेरित करें ताकि हमारा हर घर आंगन योग का सपना साकार हो और हमारा प्रदेश और देश स्वस्थ हो। योग करने से व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है। इसलिए सभी को नित्य प्रति योग करने का क्रम अपने जीवन में अपनाना चाहिए। योग करने से व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है और इससे शरीर स्वस्थ रहता है तथा जीवन में आनंद की अनुभूति होती है। हम योग करेंगे तो परिणाम अच्छे दे पाएंगे और शरीर तरोताजा रहेगा।