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विश्व कप में डोप टेस्ट नहीं कर सकेगा रुस : फीफा

29-05-2018




 

अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) विश्व कप अगले माह रुस में होगा पर वहां का खेल विभाग खिलाड़ियों के डोप टेस्ट नहीं कर सकेगी। फीफा की मेडिकल समिति के अध्यक्ष माइकल डी होगे के अनुसार रुस पर सरकार प्रायोजित डोपिंग मामलों के जो आरोप लगे हैं उसको देखते हुए उसे डोप टेस्ट करने या उसमें शामिल रहने की अनुमति नहीं दी गयी है। फीफा इस बात को तय करना चाहती है कि विश्वकप के दौरान खिलाड़ियों के नमूनों के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। 
वर्ष 2016 की रिपोर्ट में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने खेल मामलों के वकील रिचर्ड मैकलारेन के जरिये खुलासा किया था कि पिछले पांच साल में 1000 से अधिक रूसी एथलीटों ने डोपिंग की है। इस रिपोर्ट में फुटबॉल भी शामिल था। ऐसे में जब रूस की ही मेजबानी में विश्वकप होने जा रहा है तब फीफा डोपिंग को लेकर कोई खतरा मौल नहीं लेना चाहता है।  à¤¡à¥€ होगे ने कहा, ''रूस में डोपिंग विरोधी नीति को लागू करने का तरीका यह है कि होगा कि शुरूआत से आखिरी तक सबकुछ फीफा द्वारा ही किया जाए और उसमें रूस का कोई भी हस्तक्षेप न हो। यहां तक कि मैदान पर खिलाड़ियों को लाने वाले सहयोगी भी यहां फीफा के ही होंगे।'' फीफा अधिकारी ने कहा, ''खिलाड़ियों को जिन डोपिंग कंट्रोल रूम में लाया जाएगा वहां केवल फीफा के डाक्टर और फीफा के दो लोग ही होंगे। इसके अलावा अन्य किसी को आने की इजाजत नहीं होगी। नमूनों को लुसाने की लैब में ले जाया जाएगा।''
रुसी खिलाड़ियों पर लगे हैं डोपिंग के आरोप 
पिछले कुछ समय में प्रायोजित डोपिंग के आरोपों के कारण ही रुसी खिलाड़ी ओलंपिक के अलावा कई विश्व स्पर्धाओं में भाग नहीं ले पाये थे। इसके बाद रुसी सरकार ने इस बात के साक्ष्य भी दिये थे कि उनके यहां डोपिंग को संरक्षण नहीं दिया जाता। 
डोडिंग मामले के कारण रुस सरकार की काफी किरकिरी हुई थी और उसने इसके लिए विरोधियों को जिम्मदार बताया था।