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इबादत से खुदा को राजी करने का महीना रमजान

16-05-2018





अल्लाह की इबादत का पाक माह रमजान अनेक नियामतें लेकर आता है। खुदा को राजी करने वाले इसका इंतजार बेसब्री से करते हैं। ऐसे में क्या सर्दी, क्या बारिश और क्या गर्मी कोई भी मौसम इबादतगार के रास्ते पर बाधा नहीं बनती। इसलिए इस साल जिस्म को जला देने वाली मई की गर्मी में शुरु होने वाले रमजान इबादतगारों के लिए कड़ी परीक्षा के समान हैं। इबादत करने वालों की खासियत ही यही होती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी खुदा को राजी करने की ताकत वो रखते हैं। वैसे तो खुदा की इबादत किसी भी समय की जा सकती है। इसके लिए किसी विशेष दिन की जरुरत नहीं होती, लेकिन जहां तक रमजान की बात है तो यह पूरा माह ही इस्लाम के मानने वालों के लिए खास है। इसी माह में खुदा ने अपने बंदे को जिंदगी जीने के लिए सही रास्ता दिखाने का काम किया और पवित्र कुरान उतारने जैसा महत्वपूर्ण कार्य किया। इसी के साथ रमजान उस संदेश का नाम है जिसमें जिंदगी को खुदा की नेमत कहा जाता है। उस खुदा की नेमत जिसे इंसान रोजी-रोटी के चक्कर में भुला देता है। ऐसे बंदों को रमजान संदेश देता है कि अब इबादत के लिए समय निकाल ले ताकि खुदा का रहम-ओ-करम तुझ पर भी बना रहे और तेरी दुआओं से राजी हो खुदा इस संसार पर भी अपनी रहमत की बारिश करे। इसके साथ ही जब आखिर समय तुझे खुदा के फरिश्ते लेने आएं तो तू किसी नवजात की तरह साफ-पाक उसके बुलावे पर जा सके। खुदा के करीब ले जाने का रास्ता दिखाता रमजान हर एक मुसलमान के लिए खास हो जाता है। यही वह माह है जबकि खुदा भी बंदों की परीक्षा लेता है। जो उसकी कसौटी पर खरा उतरता है उसे ही खुदा की ढेरों नेमतें नसीब होती हैं। इसलिए इस गर्मी में आए इस रमजान माह का विशेष महत्व हो गया है। खुदा को राजी करने की खातिर नेक बनें और नियमित रूप से नमाज़ पढें, रोजा रखें और अपने आस-पास गरीब, बेसहारा, मजलूमों और बुजुर्गों की मदद करें, ताकि आपसे खुदा राजी हो और आप पर नेमतों की बरसात अता करे। जहां तक रमजान के रोजे का सवाल है तो यह कठिन तप है, जिसमें रोजदार सुबह सूरज निकलने के पहले से लेकर सूरज ढलने तक खाना-पानी पूरी तरह बंद कर देता है। इस दौरान उसे पानी की एक बूंद भी लेना वर्जित होती है। पूरे माह इस कड़े इम्तिहान से गुजरने के बाद ईद का तौहफा उसे मिलता है, जिसे पाकर वह खासा खुश होता है और खुदा को शुक्र अदा करते हुए अपनी इबादत से खुदा को राजी करने की दुआ करता है।