अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ सिरà¥à¤« पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को आते है महिलाओ को नहीं, जबकि इस बात में बिलकà¥à¤² à¤à¥€ सचाई नहीं है। खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ की समसà¥à¤¯à¤¾ किसी को à¤à¥€ हो सकती हैं।
अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ सिरà¥à¤« पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को आते है महिलाओ को नहीं, जबकि इस बात में बिलकà¥à¤² à¤à¥€ सचाई नहीं है। खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ की समसà¥à¤¯à¤¾ किसी को à¤à¥€ हो सकती हैं। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ थकान होने पर à¤à¥€ लोग खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ लेना शà¥à¤°à¥‚ कर देते हैं।
कहते है कि गले का पिछला हिसà¥à¤¸à¤¾ संकरा हो जाने पर जब ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ उस रासà¥à¤¤à¥‡ से होकर जाती है तब आस-पास के टिशà¥à¤¯à¥‚ कंपन करने लग जाते हैं, यही वजह है कि इंसान खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ लेने लगता है। खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ लेना साधारण सी परेशानी है लेकिन जब यह बीमारी का रूप ले लेती है तो गंà¤à¥€à¤° समसà¥à¤¯à¤¾ बन जाती है।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ आते हैं खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोगों को लगता है कि खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आने की वजह जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ थकान है इसलिठवे इसे अनदेखा कर देते हैं। दरअसल सोते समय सांस में रà¥à¤•à¤¾à¤µà¤Ÿ खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आने की मà¥à¤–à¥à¤¯ वजह है। गले के पिछले हिसà¥à¤¸à¥‡ के संकरे हो जाने पर ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ संकरी जगह से होती हà¥à¤ˆ जाती है, जिससे आसपास के टिशू वाइबà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ होते हैं। इसी से खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आते हैं।
कई बार लोग पीठके बल सोते हैं, जिससे जीठपीछे की तरफ जाकर लग जाती है, जिससे सांस लेने और छोडऩे में रà¥à¤•à¤¾à¤µà¤Ÿ आने लग जाती है। इससे सांस के साथ आवाज और वाइबà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ होने लगता है।
नीचे वाले जबड़े का छोटा होना à¤à¥€ खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आने का à¤à¤• कारण है। जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का जबड़ा सामानà¥à¤¯ से छोटा होता है तो लेटने पर उसकी जीठपीछे की तरफ हो जाती है और सांस की नली को बà¥à¤²à¥‰à¤• कर देती है। à¤à¤¸à¥‡ में सांस लेने और छोडऩे के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° लगाना पड़ता है, जिस कारण वाइबà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ होता है।
नाक की हडà¥à¤¡à¥€ टेढ़ी होने या मांस बढऩे से à¤à¥€ सांस लेने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° लगाना पड़ता है और सांस के साथ आवाज आती है।
जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वजन बढऩे से गरà¥à¤¦à¤¨ पर मांस लटकने लगता है। à¤à¤•à¥à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾ मांस से सांस की नली दब जाती है, जिससे सांस लेने में दिकà¥à¤•à¤¤ होने लगती है।
अगर खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आने का कारण जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वजन है तो समय रहते वजन कंटà¥à¤°à¥‹à¤² करें। डाइटीशन से संपरà¥à¤• कर खाने की आदत बदलें। जिम जॉइन करें। नियमित योग और à¤à¤•à¥à¤¸à¤°à¤¸à¤¾à¤‡à¤œ करने से वजन को कंटà¥à¤°à¥‹à¤² कर सकते हंै।
पीठके बल सोने की बजाय करवट लेकर सोà¤à¤‚। इससे सांस की नली में रà¥à¤•à¤¾à¤µà¤Ÿ नहीं होती। सोते समय सिर को थोड़ा ऊंचा करके सोà¤à¤‚।
नाक की हडïà¥à¤¡à¥€ में समसà¥à¤¯à¤¾ हो या फिर मांस बढ़ा हो तो डॉकà¥à¤Ÿà¤° से समय रहते मिलें। कई बार पà¥à¤°à¥‡à¤—à¥à¤¨à¥‡à¤‚सी में वजन बढऩे या सोने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ सही न होने पर à¤à¥€ खरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‡ आते हैं। à¤à¤¸à¥‡ में करवट लेकर सोना चाहिà¤à¥¤