Breaking news

[email protected] | +91-9406858420

logo
header-add

नीम का धार्मिक महत्व जाने

17-05-2018




 
नीम के पेड़ का औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ ही धार्मिक महत्व भी है। देवी और शक्ति की उपासना में नीम का अहम स्थान है। माँ शीतला और माँ काली की पूजा में नीम का प्रयोग किया जाता है। ज्योतिष में नीम का सम्बन्ध शनि और केतु से जोड़ा गया है। शनि की शांति करने के लिए नीम की लकड़ी पर हवन करना सबसे फलदायी होता है। वहीं नीम के पत्तों वाले जल से स्नान करने पर केतु की समस्याएँ दूर होती हैं।
नीम की लकड़ी पर बने हुए यन्त्र अत्यंत प्रभावशाली माने जाते हैं।
 
कहां लगायें नीम 
 
  • नीम का पौधा घर में ऐसे स्थान पर लगायें , जहाँ से पूरे घर से उसकी हवा आ सके।
  • घर के मुख्य द्वार पर नीम का पौधा अत्यंत शुभ माना जाता है। 
  • अगर वाणी की समस्या हो, या चंचल मन की समस्या हो तो नीम की दातुन जरूर करनी चाहिए। 
  • अगर शनि पीड़ा दे रहा हो तो नीम की लकड़ी की माला धारण करनी चाहिए।
  • नीम के पत्तों का वन्दनवार लगाने से घर में नकारात्मक उर्जा प्रवेश नहीं करती।
  • घर में अगर बुजुर्ग हों तो नीम का पौधा जरूर लगाएं और उसकी नियमित देखभाल करते रहें।